दिल्ली में 7600 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामदगी के मामले में आखिरकार ईडी (ED) ने कार्रवाई शुरू कर दी है. ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत दिल्ली एनसीआर, मुंबई में छापेमारी कर रही है. ईडी की टीम इस मामले से जुड़े आरोपी और पूर्व चेयरमैन आरटीआई सेल कांग्रेस, तुषार गोयल के वसंत विहार स्थित घर, गोयल की पत्नी के राजौरी गार्डन स्थित आवास, प्रेम नगर में आरोपी हिमांशु के घर, मुंबई में नालासोपारा में भारत कुमार के घर, इसके अलावा दिल्ली के झंडेवालान में तुषार बुक पब्लिकेशन और गुरुग्राम में एबीएन बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड के दफ्तर पर यह छापेमारी कर रही है.
छापेमारी के दौरान ईडी (ED) ने आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं. दिल्ली पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है, जिसमें एक भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक भी शामिल है, जो पश्चिमी दिल्ली से 208 किलोग्राम ड्रग्स की बरामदगी से पहले देश छोड़कर भाग गया था. दिल्ली पुलिस के मुताबिक भारतीय ब्रिटिश नागरिक सविंदर सिंह पिछले महीने 208 किलोग्राम की खेप के परिवहन और डिलीवरी की निगरानी के लिए भारत आया था, जिसके दक्षिण अमेरिकी देशों से लाए जाने का संदेह है.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 10 दिन में 7600 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद किया है. 10 अक्टूबर को दिल्ली के रमेश नगर के एक गोदाम से 2000 करोड़ से ज्यादा की कोकीन बरामद की थी. दो सौ किलो से ज्यादा कोकीन नमकीन के पैकेट्स में छिपाई गई थी. जिसे कार्टून में पैक कर गोदाम में रखा गया था. हालांकि दिल्ली पुलिस ने मकान मालिक को हिरासत में ले लिया था. इससे पहले महिपालपुर के एक गोदाम से 5600 करोड़ रुपये का ड्रग्स दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने बरामद किया था.
इसमें दुबई में मौजूद भारतीय नागरिक वीरेंद्र बसोया का नाम इंटरनेशनल सिंडिकेट के मास्टरमाइंड के रूप में सामने आया था. इस सिंडिकेट में बसोया के करीबी और मुख्य आरोपियों में से एक तुषार गोयल 2022 में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की आरटीआई सेल का चेयरमैन रह चुका है. गोयल के सोशल मीडिया प्रोफाइल पर भी आरटीआई सेल चेयरमैन, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस लिखा हुआ है.
यह भी पढ़ें- हरियाणा चुनाव में मिली हार के बाद मायावती का बड़ा ऐलान, अब किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी BSP
वहीं कांग्रेस की ओर से बयान जारी कर तुषार गोयल के कांग्रेस जे जुड़े होने के दावे के खंडन किया है. भारतीय युवा कांग्रेस ने दावा किया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तुषार गोयल को 17 अक्टूबर 2022 को संगठन से निकाल दिया गया था. तब से वह किसी भी तरह से पार्टी के साथ नहीं है. वीरेंद्र बसोया और उसके बेटे पर सिंडिकेट के लोगों को लॉजिस्टिक स्पोर्ट मुहैया कराने का आरोप है.
-भारत एक्सप्रेस
विधानसभा ने हैदराबाद में डॉ. मनमोहन सिंह की प्रतिमा स्थापित करने के प्रस्ताव को मंजूरी…
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने CPI (माओवादी) के स्प्लिंटर ग्रुप से जुड़े साजिश मामले में…
राष्ट्रीय महिला आयोग की समिति ने पीड़िता और उसके परिजनों से मुलाकात की और घटना…
नए साल की पूर्व संध्या पर दिल्ली में यातायात व्यवस्था को लेकर की गई इन…
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, "मैंने मुख्यमंत्री से इस बात को भी कहा है…
Chandigarh Hindi News: चंडीगढ़ में एक 21 वर्षीय युवक ने जब लड़की से शादी के…