Delhi: दिल्ली पुलिस ने जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाने वाले एक आतंकी पकड़ने में सफलता हासिल की है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार यह आतंकी हिजबुल मुजाहिदीन का बताया गया है, जो कि जम्मू कश्मीर कई गंभीर आतंकी हमलों का सरगना रहा है. इस आतंकी का नाम जावेद मट्टू है, जो कि हिजबुल का कमांडर था. इसके चलते उस पर करीब 10 लाख रुपये का ईनाम तक रखा गया था. जावेद मट्टू हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर होने के नाते कई बार पाकिस्तान भी जाता रहा है. वह मूल रूप से जम्मू कश्मीर के ही सोपोर का रहने वाला है. हाल ही में सोपोर में उसके भाई ने घर में तिरंगा लहराया था, जो काफी वायरल हुआ था, लेकिन जावेद आतंकी घटनाओं को अंजाम देता रहा था.
इस मामले में जानकारी सामने आई है कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पहले मट्टू को गिरफ्तार किया था, लेकिन उस वक्त उसकी पहचान का पता दिल्ली पुलिस को भी नहीं था. गिरफ्तारी के बाद जब उससे बात की गई तो उसने अपनी पहचान जावेद मट्टू के तौर पर की है. सोपोर का रहने वाला मट्टू जहां भारत विरोधी गतिविधियों में पाकिस्तान का साथ देता दिखता है, तो दूसरी ओर उसका भाई है जो कि अपने घर पर तिरंगा फहराकर पूरे देश का गौरव बन चुका है. मट्टू के भाई की पूरे देश ने तारीफ की थी.
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मट्टू की गिरफ्तारी के बाद सामने आया है कि कश्मीर में कई आतंकी वारदातों को अंजाम देने के बाद जावेद मट्टू अंडरग्राउंड हो गया था. बता दें कि, इसी साल अगस्त 2023 में हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी संगठन के दो वांटेड आतंकवादियों के परिवारों ने देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जम्मू-कश्मीर के सोपोर और किश्तवाड़ जिलों में अपने-अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था. उत्तरी-कश्मीर के उग्रवादग्रस्त सोपोर शहर में, वांटेड हिजबुल कमांडर जावेद मट्टू के भाई रईस मट्टू ने स्वतंत्रता दिवस से पहले रविवार को अपने घर पर तिरंगा फहराया था.
रईस ने कहा था कि हम सब भारतीय हैं, हिंदुस्तान हमारा है और हम सब हिंदुस्तानी हैं. उनके भाई ने गलत रास्ता चुना लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह अपने देश से नफरत करते हैं. उन्होंने देशभक्ति और प्यार के साथ तिरंगा फहराया था. रईस को इस बात का अफसोस है कि उसके भाई जावेद ने विनाश का रास्ता चुना और घाटी के युवाओं से अपील की कि वे वैसी गलती न करें जो उनके भाई ने की. साथ ही, उन्होंने कहा था कि यहां (कश्मीर) के लोग पाकिस्तान की नापाक रणनीति को समझ गए हैं और उनका घाटी में न सिर्फ बहिष्कार कर रहे हैं बल्कि सक्रिय रूप से उन्हें घाटी में दाखिल करने से रोक रहे हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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