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क्या आप जानते हैं भारत की Special Forces के बारे में? इनके नाम से ही कांपने लगते हैं दुश्मन

India’s Special Forces: पूरी दुनिया में भारत की स्पेशल फोर्सेज (Special Forces ) की ताकत और क्षमता का डंका बजता है. ये फोर्स भारत के लिए गौरव है क्योंकि इसके जवान अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगाने में भी संकोच नहीं करते हैं. यही वजह है कि इसके साहस और समर्पण के कारण दुश्मन इनके नाम से ही थर-थर कांपते हैं. इनके साहस और बलिदान ने देश को कई बार संकट से बचाया है. ये फोर्सेज कई प्रकार के विशेष ऑपरेशन जैसे कि होस्टेज रेस्क्यू, जासूसी और अन्य कई खुफिया अभियान में निपुण होते हैं.

मालूम हो कि ये फोर्सेज आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका तो निभाते ही हैं. इसी के साथ ही प्राकृतिक आपदाओं और अन्य आपातकालीन स्थितियों में भी बचाव कार्य में हिस्सा लेते हैं. भारत की इस फोर्स की खासियत ये है कि ये विभिन्न प्रकार के हथियारों और उपकरणों का उपयोग करने में माहिर होते हैं. इन जवानों को दुनिया के सबसे कठोर प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है. इनकी शारीरिक फिटनेस बहुत की हाई लेवल की होती है.

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घातक फोर्स

इस फोर्स के जवान विभिन्न प्रकार के वातावरण में काम करने के लिए प्रशिक्षित होते हैं. इस फोर्स के अंतर्गत वे जवान आते हैं जो शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत ही मजबूत होते हैं. उनको विभिन्न प्रकार के हथियारों और उपकरणों का उपयोग करने में दक्ष बनाया जाता है. भारतीय सेना के प्रत्येक इन्फैंट्री बटालियन में मौजूद घातक प्लाटून, विशेष ऑपरेशंस में सक्षम टोहरी प्लाटून हैं.

मार्कोस

यह भारतीय नौसेना की एक यूनिट है. इसकी स्थापना इंडियन नेवी की तरफ से की गई थी इसकी स्थापना 1987 में हुई थी. मार्कोस यूनिट समुद्री हमलों, उभयचर ऑपरेशनों और तटीय निगरानी में दक्ष है. ये विशेष रूप से डायरेक्ट एक्शन के लिए जाने जाते हैं.

कोबरा

ये सीआरपीएफ की स्पेशल यूनिट है. ये फोर्स गुरिल्ला रणनीति और जंगल युद्ध में लड़ने में बहुत ही दक्ष होती है.

राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड

राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड एक विशेष आतंकवाद रोधी इकाई है. ये आतंकवादी हमलों से लड़ने में सक्षम होती है. इसी के साथ ही इनको आतंकवादियों के चंगुल में फंसे बंधकों को मुक्त कराने के लिए भी प्रशिक्षित किया जाता है. इसी के साथ ही इनके ही हाथ में वीआईपी लोगों की सिक्योरिटी भी होता है.

गरुड़ कमांडो

भारतीय वायु सेना की गरुड़ कमांडो यूनिट को विशेष पुनर्ग्रहण, हवाई बचाव और हवाई क्षेत्र में अन्य विशेष ऑपरेशनों के लिए फेमस है. इसको साल 2004 में बनाया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक जितनी भी स्पेशल फोर्सेज हैं उनमें से इसी फोर्स के जवानों की ट्रेनिंग सबसे ज्यादा वक्त तक होती है.

पैरा स्पेशल फोर्सेज

भारत के स्पेशल फोर्सेज में से एक हैं पैरा स्पेशल फोर्स जो कि फोर्स इंडियन आर्मी की एलीट पैराशूट रेजिमेंट का हिस्सा है. पैरा कमांडो को बंधक बचाव, आतंकवाद निरोध और सेल्फ डिफेन्स में इनको निपुण माना जाता है.

-भारत एक्सप्रेस

Archana Sharma

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