गुरुग्राम नगर निगम (MCG) ने बंधवाड़ी लैंडफिल पर लोड कम करने के लिए कचरा-निपटान स्थल को दौलताबाद में शिफ्ट करने की योजना बनाई है. बंधवाड़ी लैंडफिल अपशिष्ट पदार्थों की मात्रा बढ़ने से स्थानीय लोगों के लिए प्रदूषण और स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का स्रोत रहा है. हालांकि, कचरे की साइट बदलने की नगर निगम की योजना का स्थानीय निवासी विरोध कर रहे हैं.
आज सुबह द्वारका एक्सप्रेसवे के किनारे स्थित लगभग 40 आवासीय सोसायटियों के निवासियों ने स्वास्थ्य, प्रदूषण और भूजल संदूषण से संबंधित चिंताओं का हवाला देते हुए गुरुग्राम नगर निगम (MCG) की योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
इंडियाबुल्स सेंट्रम पार्क के मेजर जनरल गजिंदर सिंह ने कहा, “कचरा फेंकने की जगह बदलने से हमारे इलाके में प्रदूषण, दुर्गंध और अन्य पर्यावरणीय खतरे बढ़ेंगे, जिससे तेजी से विकसित हो रहे आवासीय केंद्र में जीवन की गुणवत्ता में गिरावट आएगी.” उन्होंने कहा- “हमें आश्चर्य है कि गुरुग्राम नगर निगम ने सेक्टर-103 के आबादी वाले क्षेत्र में कचरा डंप बनाने का फैसला लिया है. इसका पर्यावरण और लोगों के स्वास्थ्य पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा. मैं सरकार से इस आदेश को वापस लेने का आग्रह करता हूं.”
वहीं, एटीएस ट्रायम्फ सेक्टर-104 के निवासी नवदीप सिंह ने कहा कि चोरी-छिपे प्रदूषण का केंद्र बनाना बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना है. उन्होंने कहा, “द्वारका एक्सप्रेसवे के किनारे की सभी सोसाइटियों को जीरो-डिस्चार्ज कम्युनिटी होना अनिवार्य है, जिसका मतलब है कि दूसरे इलाकों से आने वाला कचरा यहां बेवजह डाला जाएगा.”
दौलताबाद के ग्रामीणों के एक समूह ने कहा कि वे MCG को कचरा डंप करने के लिए नई जगह का इस्तेमाल नहीं करने देंगे. गांव के निवासी सनी दौलताबाद ने कहा, “हम एमसीजी को यहां कचरा डंप करने की अनुमति नहीं देंगे. यह निर्णय गंभीर पर्यावरणीय और स्वास्थ्य जोखिम पैदा करता है. हम अपने गांव की रक्षा करने के लिए दृढ़ हैं.”
इस बीच, एमसीजी आयुक्त नरहरि सिंह बांगर ने कहा कि कचरा प्रोसेसिंग फैसेलिटी को अंतिम रूप देना एक चुनौती बन गया है, क्योंकि जब भी हम किसी प्रस्तावित स्थल का नाम बताते हैं, तो आस-पास के निवासी विरोध करना शुरू कर देते हैं. बांगर ने कहा, “हम साइट को स्थानांतरित करने के लिए तैयार हैं, लेकिन निवासियों को उस क्षेत्र की पहचान करनी चाहिए जहां इसे स्थानांतरित किया जा सकता है और हमें बताना चाहिए. हम इस पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं.”
गुरुग्राम नगर निगम (MCG) के जॉइंट कमिश्नर नरेश कुमार ने कहा कि उनका मुख्य ध्यान सितंबर तक साइट को अंतिम रूप देने पर है, क्योंकि साइट को एनटीपीसी को सौंप दिया जाना है. उन्होंने कहा, “हमने कई स्थानों पर प्रसंस्करण इकाइयाँ स्थापित करने की कोशिश की है, लेकिन हर बार स्थानीय लोगों के विरोध के कारण और देरी हुई. वर्तमान में, हम भंडवारी लैंडफिल में कचरा डंप कर रहे हैं, लेकिन जल्द ही नई साइट शुरू करेंगे.”
– भारत एक्सप्रेस
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