BrahMos User Meet 2023: भारत सीमा पर न केवल प्रतिरोध के लिए बल्कि जरूरत पड़ने पर मुंहतोड़ जवाब देने में भी सक्षम है. यह बातें सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने ब्रह्मोस यूजर मीट 2023 में कही. उन्होंने कहा, “आज देश परिवर्तनों के मुहाने पर है. हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के बढ़ते कद की साक्षी हैं. हमारे लोगों की बढ़ती आकांक्षाएं, राष्ट्र के आत्मविश्वासपूर्ण आशावाद को दर्शाती हैं.” उन्होंने कहा, ” सीमा पर सुरक्षा चुनौतियां हैं, लेकिन हमारी सेना न केवल प्रतिरोध बल्कि आवश्यकता पड़ने पर माकूल जवाब देने में भी सक्षम है. सेना के पास ब्रह्मोस जैसा मिसाइल है.”
वहीं, समारोह को संबोधित करते हुए वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल की मारक क्षमता का जवाब नहीं है. उन्होंने कहा, “हमारी सबसे घातक ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल को हम आने वाले वर्षों में सटीक मारक क्षमता से लैस करेंगे.” उन्होंने आगे कहा, “ब्रह्मोस मिसाइल ने भारतीय वायुसेना के प्रतिरोधक मूल्य को कई गुना बढ़ा दिया है.
वायु सेना प्रमुख ने कहा, “तीन साल पहले उत्तरी सीमाओं में स्थिति सामने आने के बाद, हमने महसूस किया कि जमीनी लड़ाई में शक्तिशाली हथियार का उपयोग किया जा सकता है. भविष्य में ब्रह्मोस को मिग-29, मिराज 2000 या यहां तक कि एलसीए पर भी फिट किया जा सकता है.
-भारत एक्सप्रेस
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