केंद्र की मोदी सरकार ने दिवाली से पहले किसानों को बड़ा तोहफा दिया है. बुधवार (16अक्टूबर) को हुई आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक में रबी फसलों की MSP बढ़ाने का फैसला लिया गया है. इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की.
एमएसपी में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी सरसों के लिए 300 रुपये प्रति क्विंटल की घोषणा की गई है, इसके बाद मसूर के लिए 275 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है.चना, गेहूं, सूरजमुखी और जौ के लिए क्रमशः 210 रुपये प्रति क्विंटल, 150 रुपये प्रति क्विंटल, 140 रुपये प्रति क्विंटल और 130 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि को मंजूरी दी गई है.
मोदी सरकार के अनुसार, अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत पर अपेक्षित मार्जिन गेहूं के लिए 105 प्रतिशत है, इसके बाद रेपसीड और सरसों के लिए 98 प्रतिशत है; दाल के लिए 89 प्रतिशत; चने के लिए 60 प्रतिशत; जौ के लिए 60 प्रतिशत; और सूरजमुखी के लिए 50 प्रतिशत. मोदी सरकार ने कहा, रबी फसलों की बढ़ी हुई MSP किसानों के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करेगी और फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करेगी.
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सरकार का कहना है कि एमएसपी में वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 में MSP को अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर तय करने की घोषणा के अनुरूप है.
पिछले महीने, मोदी कैबिनेट ने 24,475.53 करोड़ रुपये के साथ फॉस्फेटिक और पोटाश उर्वरकों पर रबी फसलों के लिए पोषक तत्व-आधारित सब्सिडी दरों को मंजूरी दी थी. इस निर्णय से किसानों को सब्सिडीयुक्त, किफायती और उचित मूल्य पर उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी.
-भारत एक्सप्रेस
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