देश की राजधानी दिल्ली में दिनभर आसमान में कोहरें की चादर छाई रही जिससे सात जगहों पर हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पाई गई है. इसके साथ ही 411 एक्यूआई के साथ नरेला और नेहरू नगर की हवा सबसे जहरीली श्रेणी में दर्ज की गई है. वहीं, बवाना, जहांगीरपुरी, रोहिणी, शादीपुर, विवेक विहार और सोनिया विहार में भी हवा गंभीर श्रेणी में रही है. दिलशाद गार्डन को छोड़ सभी मानक केंद्रों पर हवा बेहद खराब श्रेणी में पाई गई है. दिलशाद गार्डन का एक्यूआई 276 दर्ज किया गया है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की ओर से दिल्ली के 36 मानक केंद्रों पर आंकड़े उपलब्ध किए गए हैं. मौसम विभाग कि माने तो दोपहर में अधिकांश मानक केंद्रों पर 10 बजे तक का स्तर गंभीर श्रेणी तक दर्ज किया गया है. प्रदूषण बढ़ने के कारण लोगों को सांस से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं, वहीं कई लोगों ने आंखों में जलन के साथ सीने में जलन महसूस की हैं.
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के अनपसार, पंजाब में 604, हरियाणा में 11, उत्तर प्रदेश में 44, मध्यप्रदेश में 783 और राजस्थान में पांच जगहों पर पराली जलने की घटनाएं सामने आई है. बात दिल्ली की करें तो यहां एक भी जगह पर पराली नहीं जलाई गई हैं. केंद्र की वायु मानक की संस्था सफर इंडिया के अनुसार बीते 1 दिनों में पराली जलने की घटनाओं की पीएम 2.5 में नौ फीसदी तक हिस्सेदारी पाई गई है. वहीं, 2.5 माइक्रोमीटर से बड़े कणों की पीएम 10 में 52 फीसदी हिस्सेदारी पाई गई थी. पीएम 2.5 का स्तर 171 और पीएम 10 का स्तर 325 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर तक दर्ज किया है. सफर का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक हवा की रफ्तार कम रह सकती है. इसके अलावा वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में ही रह सकता है.
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