Operation ‘Ajay’: इजरायल के हालात देखते हुए वहां फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार द्वारा ‘ऑपरेशन अजय’ की शुरूआत की गई है. इसी ऑपरेशन के तहत इजराइल से 212 भारतीय नागरिकों को लेकर पहली उड़ान दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरी. जहां केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने एयरपोर्ट पर नागरिकों का स्वागत किया. चार्टर विमान से भारत लाए गए यात्रियों के चेहरे पर वतन वापसी को लेकर खुशी देखी गई. अपनी सुरक्षित भारत वापसी पर उन्होंने केंद्र सरकार का आभार जताया.
लगे ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे
इजराइल से ऑपरेशन अजय के तहत 212 भारतीय नागरिकों को लेकर आ रही पहली उड़ान में यात्रियों द्वारा ‘वंदे मातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगाए गए.
सुरक्षित घर वापसी के लिए पीएम प्रतिबद्ध
केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, “हमारी सरकार किसी भी भारतीय को कभी पीछे नहीं छोड़ेगी. हमारी सरकार, प्रधानमंत्री उनकी सुरक्षा के लिए, उन्हें सुरक्षित घर वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, विदेश मंत्रालय की टीम, एयर इंडिया की इस उड़ान के चालक दल के आभारी हैं जिन्होंने इसे संभव बनाया, हमारे बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ घर वापस लाया और उनके प्रियजनों के पास वापस पहुंचाया.”
चार्टर विमान से लाए गए यात्री
बता दें कि विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि अभी उनकी प्राथमिकता में उन्हीं भारतीयों को सकुशल वापस लाना है जो वतन वापसी के इच्छुक हैं. बाकि जैसे-जैसे लोगों के लौटने के आग्रह मिलते रहेंगे, उसी के अनुसारउड़ानें तय की जाएंगी. जहां अभी इस ऑपरेशन में चार्टर विमानों का उपयोग किया जा रहा है, वहीं इस काम के लिए सभी विकल्प खुले हुए हैं. विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर भारतीय वायुसेना की मदद भी ली जा सकती है.
भारतीय दूतावास का जताया आभार
ऑपरेशन अजय के तहत इज़रायल से भारत लाए गए मनोज कुमार ने कहा, मैं वहां पर बतौर पोस्ट डॉक्टोरल फेलो के रूप में कार्यरत था, मेरा पत्नी और 4 वर्ष की बेटी भी मेरे साथ हैं. तेल अवीव में स्थित भारतीय दूतावास का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने काफी सहयोग किया. इसके साथ ही सुरक्षित रूप से भारत आने के लिए भारत के विदेश मंत्रालय का धन्यवाद करता हूं. इजरायल की सरकार भी दिन-रात काम कर रही है.”
भारत सरकार और प्रधानमंत्री का धन्यवाद करती हूं
ऑपरेशन अजय के तहत इज़रायल से भारत आई एक महिला ने कहा, “मेरा बेटा अभी केवल 5 महीने का है, हम जिस स्थान पर थे वह सुरक्षित था लेकिन आगे की परिस्थिति और अपने बेटे के लिए हमने भारत आने का फैसला लिया. पहली रात हम सो रहे थे तभी एक सायरन बजा, हम वहां पर पिछले 2 वर्ष से थे हमने ऐसी परिस्थिति पहले कभी नहीं देखी थी. हम शेल्टर में गए, हम 2 घंटे के लिए शेल्टर में रहे. हम अब काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं, मैं भारत सरकार और प्रधानमंत्री का धन्यवाद करती हूं.”
सायरन बजने पर लगता था डर
ऑपरेशन अजय के तहत इज़रायल से भारत आई एक महिला स्वाति पटेल ने बताया, “यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है. वहां जब सायरन बजता है तो बहुत डर लगता है. सायरन बजने पर शेल्टर में जाना होता है. यहां हम सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. जब भी सायरन बजता था तब हमें 1.5 मिनट में शेल्टर में जाना होता था.”
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