Panchang of 25th April 2025: 25 अप्रैल 2025, शुक्रवार के दिन वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि है, जो सुबह 11:41 तक प्रभावी रहेगी. इस दिन पूर्वाभाद्रपदा नक्षत्र सुबह 08:43 तक रहेगा और इंद्र योग दोपहर 12:19 तक रहेगा. शुक्रवार के दिन शुभ कार्यों के लिए अभिजीत मुहूर्त 11:46 से 12:37 तक रहेगा, जबकि राहुकाल 10:36 से 12:12 तक माना गया है. इस दिन चंद्रमा मीन राशि में संचार करेगा, जो मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन में सहायक रहेगा. सूर्योदय सुबह 05:50 पर और सूर्यास्त शाम 18:33 बजे होगा.
हिंदू पंचांग, जिसे वैदिक पंचांग भी कहा जाता है, समय और काल की सटीक गणना के लिए उपयोग किया जाता है. यह पंचांग पांच प्रमुख अंगों – तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण से मिलकर बना होता है. तिथि चंद्रमा और सूर्य की स्थिति के आधार पर निर्धारित होती है और एक महीने में कुल 30 तिथियां होती हैं, जो शुक्ल और कृष्ण पक्ष में विभाजित रहती हैं.
नक्षत्र आकाश के तारा समूह होते हैं, जिनकी संख्या 27 है और प्रत्येक नक्षत्र का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है. वार यानी सप्ताह के सात दिन भी ग्रहों से जुड़े हुए हैं – जैसे सोमवार चंद्र, मंगलवार मंगल, और इसी प्रकार अन्य दिन.
योग सूर्य और चंद्रमा की विशेष दूरियों से निर्मित होते हैं और कुल 27 योग होते हैं, जिनमें आज का योग इंद्र है. करण तिथि के दो हिस्सों को दर्शाते हैं – एक पहले भाग में और दूसरा बाद में आता है. आज का पहला करण तैतिल सुबह 11:41 तक और दूसरा करण गारा रात 22:06 तक रहेगा.
इस तरह, पंचांग न केवल शुभ और अशुभ समय का निर्धारण करता है बल्कि यह जीवन के हर पहलू में सही समय की पहचान में मदद करता है. धार्मिक आयोजनों, पूजा-पाठ और अन्य कार्यों के लिए यह मार्गदर्शक के रूप में कार्य करता है.
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-भारत एक्सप्रेस
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