दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार को यानि की आज हवा और बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है. वायु मानक एजेंसियों ने अनुमान लगाया है कि उत्तर-पश्चिम दिशा से पराली का धुआं यहां तक पहुंच सकता है. जिस वजह से वातावरण में स्मॉग की चादर बनेगी. नतीजन, हवा के बहुत खराब के उच्च स्तर से गंभीर श्रेणी में पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. उधर, बीते 24 घंटे में एनसीआर के शहरों की हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई है. दिल्ली की हवा 295 एक्यूआई के साथ खराब श्रेणी के उच्च स्तर पर दर्ज की गई है.
केंद्र की वायु मानक संस्था सफर इंडिया की माने तो अगले दो दिनों तक हवा की रफ्तार बढ़ सकती है और 15 से 26 किलोमीटर प्रतिघंटा तक रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. हालांकि, इस बीच हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम होने की वजह से पराली का धुआं दिल्ली-एनसीआर तक पहुंचेगा. सफर के अनुसार, तेज हवा से प्रदूषकों को छंटने में मदद मिल सकती है, लेकिन इस दौरान उत्तर-पश्चिम दिशा से आने वाले प्रदूषकों का दर अधिक होने वाला है, जिससे हवा के बिगड़ने की संभावना है. विशेषज्ञों का कहना है कि अभी हवा की रफ्तार मध्यम होने व धूप निकलने की वजह से प्रदूषक नहीं जम रहे है, जिससे वायु गुणवत्ता अधिक नहीं बिगड़ रही है. मौसमी परिस्थितियों के बिगड़ते ही हवा की सेहत अधिक बिगड़ सकती है.
पराली के धुएं की रही आठ फीसदी हिस्सेदारी
सफर इंडिया के अनुसार बीते 24 घंटे में पराली जलने से पीएम 2.5 में पराली के धुएं की हिस्सेदारी आठ फीसदीहो गई है. पीएम 2.5 से बड़े कणों की पीएम 10 में 50 फीसदी हिस्सेदारी थी. पीएम 10 का स्तर 260 व पीएम 2.5 का स्तर 128 माइक्रोमीटर प्रतिघन मीटर दर्ज किया गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड(CPCB) के अनुसार, बीते 24 घंटे में गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा की हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई थी.
-भारत एक्सप्रेस
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