BJP Candidates List 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भाजपा की तैयारी तेज है औऱ अब उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी कर दी गई है. 2 फरवरी को जारी इस लिस्ट में भाजपा ने भोजपुरी सितारों पर भरोसा जताते हुए उनको चुनावी मैदान में उतारा है. इस लिस्ट में पवन सिंह का नाम भी शामिल है. इस नाम ने सभी को हैरत में डाल दिया है तो वहीं भाजपा ने रवि किशन, मनोज तिवारी और दिनेश लाल यादव निरहुआ पर फिर से भरोसा जताया है. ये वर्तमान में भी सांसद हैं. पहली लिस्ट में 195 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा भाजपा ने की है. इस लिस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जैसे कई बड़े नाम भी शामिल हैं. तो वहीं फिर से टिकट मिलने पर रवि किशन ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद कहा है और ये भी कहा है कि, मैं दिल से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद देना चाहता हूं कि पार्टी ने मुझे दोबारा लोकसभा का टिकट गोरखपुर से दिया.
बता दें कि काशी के बाद गोरखपुर सबसे हॉट सीट मानी जाती है. मालूम हो कि, मनोज तिवारी पहले से ही बीजेपी के सांसद हैं. दिनेश लाल निरहुआ भी आजमगढ़ से बीजेपी सांसद हैं. वहीं, रवि किशन भी गोरखपुर से बीजेपी के मौजूद सांसद हैं. तो वहीं इस लिस्ट में पवन सिंह का नाम भी जुड़ गया है. हालांकि भाजपा में शामिल होने को लेकर पवन सिंह के नाम पर लम्बे वक्त से अटकलें जारी थी. तो वहीं अब माना जा रहा था कि पवन सिंह को बिहार की किसी सीट से भाजपा उतार सकती है. फिलहाल तो भाजपा ने पूरी तरह से चौंकाते हुए पवन सिंह को बिहार नहीं, पश्चिम बंगाल से उम्मीदवार बनाया है.
बता दें कि भाजपा ने पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से पवन सिंह को उम्मीदवार बनाया है. यहां पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के संभावित प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा को टक्कर देने की चर्चा जोरों पर है. माना जा रहा है कि टीएमसी इस सीट पर शत्रुघ्न सिन्हा को फिर से उम्मीदवार बना सकती है. 2019 में इस सीट पर भाजपा के बाबुल सुप्रियो सांसद थे, जो बाद में इस्तीफा देकर टीएमसी में शामिल हो गए थे. इस सीट पर हुए उपचुनाव में टीएमसी ने शत्रुघ्न सिन्हा को टिकट दिया था और उन्होंने जीत हासिल की थी.
बता दें कि, भोजपुरी फिल्मों के साथ ही हिंदी फिल्मों में भी अपने अभिनय का जादू चलाने वाले रवि किशन को भाजपा ने फिर से गोरखपुर का उम्मीदवार बनाया है. वह वर्तमान में भी यहां से सांसद हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने सपा के प्रत्याशी को तीन लाख से अधिक वोटों से हराया था. तो वहीं मनोज तिवारी को उत्तर-पूर्व दिल्ली से फिर से उतारा गया है. वह इसी सीट से दो बार से भाजपा के सांसद हैं. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में मनोज तिवारी इसी सीट से चुनाव लड़े थे और जीत हासिल की थी.
2019 में मनोज तिवारी ने दिल्ली की पूर्व सीएम और कांग्रेस उम्मीदवार शीला दीक्षित को मात दी थी. मालूम हो कि उत्तर-पूर्व दिल्ली की लोकसभा सीट पर बिहार व पूर्वांचल के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं. तो वहीं आजमगढ़ में एक बार फिर से निरहुआ अखिलेश को चुनौती दे सकते हैं. वह 2019 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश को मात दे चुके हैं. 2022 में इसी सीट पर हुए उपचुनाव में निरहुआ ने सपा के प्रत्याशी को मात दी थी और सांसद बने. माना जा रहा है कि अखिलेश यादव इसी सीट से फिर से चुनाव लड़ सकते हैं, क्योंकि इस सीट को मुलायम सिंह यादव की पारंपरिक सीट माना जाता है. इसी को लेकर कहा जा रहा है कि, पिता की विरासत को बचाने के लिए अखिलेश एक बार फिर से इस सीट से प्रत्याशी हो सकते हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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