हिमांशु द्विवेदी
Kannauj: नाबालिग बच्चियों को अपनी हवस का शिकार बनाकर उन पर जानलेवा हमला करने के आदतन अपराधी फर्रुखाबाद जिले के निवासी रामजी वर्मा को कन्नौज पुलिस ने एक मुठभेड़ में गिरफ़्तार कर लिया. रामजी वर्मा पर पुलिस ने 1 लाख रुपए का इनाम रखा था.
आरोप है कि वह गुरसहायगंज थाना क्षेत्र में दीवाली के अवसर पर गुल्लक लेने गई नाबालिक मासूम को बहला फुसलाकर कर सरकारी आवास के खाली पड़े मैदान में ले गया था, जिसमें उसने पहले बच्ची को 50 हज़ार में बेचने का प्रयास किया. फिर उसके साथ दुष्कर्म जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया.इसके बाद उसने पत्थर से पीट-पीट कर बच्ची को मारने का प्रयास किया और बच्ची को मरा हुआ समझकर वह आरोपी वहां से फरार हो गया.
इस घायल बच्ची को कानपुर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. तत्कालीन गुरसहायगंज कोतवाली प्रभारी राजकुमार ने सूझबूझ के साथ बच्ची के इलाज के लिए 6 लाख रूपए एकत्र किए थे. वहीं पुलिस को लंबे समय से आरोपी की तलाश थी. आरोपी ने बताया कि चंद पैसों के लालच में वह पहले भी ऐसे कुकर्त्य करता रहा है.
घटना के कुछ समय बाद ही चौकी प्रभारी मनोज कुमार पांडे ने पंकज वर्मा ,देवेंद्र,रघुवीर और सावित्री देवी को आरोपी रामजी वर्मा का साथ देने उसे भागने और पुलिस पर फायरिंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर किया था लेकिन मुख्य आरोपी रामजी वर्मा फरार था.
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हालांकि कि पुलिस ने इस पर 1 लाख का इनाम घोषित किया था पर रामजी वर्मा हाथ नहीं आ रहा था. इस बीच इनपुट मिलने के बाद पुलिस ने बीती रात छापेमारी की तो आरोपी पुलिस ने फायरिंग शुरू कर दी. इस मुठभेड़ में वह गोली लगने से घायल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यह आदतन अपराधी है और इसके विरुद्ध और भी कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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