बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को विपक्षी दल इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) ने गठबंधन में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री पद की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. पार्टी नेता केसी त्यागी (KC Tyagi) ने शनिवार को एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में ये बात कही.
त्यागी ने कहा, ‘नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन से प्रधानमंत्री बनने का प्रस्ताव मिला था. उन्हें यह प्रस्ताव उन लोगों से मिला था, जिन्होंने उन्हें इंडिया गठबंधन का संयोजक बनने की अनुमति नहीं दी थी. हालांकि उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया है और हम पूरी तरह से NDA के साथ हैं.’
दूसरी ओर, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने कहा कि पार्टी के पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि इंडिया गठबंधन ने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनने के लिए संपर्क किया था. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है. इस (दावे) के बारे में केवल उन्हें (त्यागी) ही पता है.’
जब त्यागी से पूछा गया कि किस नेता या नेताओं ने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद की पेशकश की, तो उन्होंने किसी का नाम लेने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, ‘कुछ नेता इस प्रस्ताव के लिए सीधे नीतीश कुमार से संपर्क करना चाहते थे, लेकिन उनके और हमारे पार्टी नेताओं के साथ जो व्यवहार किया गया, उसके बाद हमने इंडिया गठबंधन छोड़ दिया. हम एनडीए में शामिल हो गए हैं और अब पीछे मुड़कर देखने का कोई सवाल ही नहीं है.’
यह बात ऐसे समय में सामने आई है, जब ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) गठबंधन संख्या बल जुटाने और केंद्र में सरकार बनाने के लिए JDU और तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के साथ नजदीकी बढ़ा रही है, जो भाजपा नीत NDA के सहयोगी हैं.
मालूम हो कि एग्जिट पोल की भविष्यवाणियों को झुठलाते हुए इंडिया गठबंधन ने 2024 के लोकसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया और 543 सीटों में से 234 सीटें जीतीं. दूसरी ओर, NDA ने 293 सीटें हासिल की हैं.
हालांकि, इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बड़ा झटका लगा, क्योंकि वह 240 सीटों के साथ बहुमत से चूक गई. अब सरकार बनाने के लिए आवश्यक 272 सीटों को हासिल करने के लिए वह TDP और JDU जैसे गठबंधन सहयोगियों पर निर्भर है. TDP ने 16 सीटें हासिल की हैं तो JDU ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है.
जदयू प्रमुख नीतीश कुमार, जो पाला बदलने के लिए जाने जाते हैं, इंडिया गठबंधन के सूत्रधारों में से एक थे. उन्होंने पिछले साल पटना में इसकी पहली बैठक की अध्यक्षता भी की थी. हालांकि उन्होंने अचानक विपक्षी गठबंधन छोड़ दिया और जनवरी 2024 में एनडीए में वापस आ गए.
नीतीश कुमार ने पहले भी कई बार पलटी मारी है. 2013 में उन्होंने बीजेपी से नाता तोड़कर राजद और कांग्रेस से हाथ मिला लिया था. 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद उन्होंने 2020 में एक बार फिर बीजेपी से हाथ मिला लिया और मुख्यमंत्री बन गए थे.
दो साल बाद उन्होंने भाजपा से नाता तोड़ लिया और राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली. इस साल जनवरी में वे फिर से एनडीए में शामिल हो गए और मुख्यमंत्री बन गए.
-भारत एक्सप्रेस
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