नई दिल्ली– केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया( PFI) और उसके 8 सहयोगी संगठनों पर 5 साल के लिए पाबंदी लगा दी है. केंद्र सरकार ने कहा कि इस संगठन के सहयोगी गंभीर अपराधों में शामिल पाए गए हैं, जिनमें आतंकवाद और इसके लिए फंडिग, भीषण हत्याएं, देश के संवैधानिक ढांचे की अवहेलना, सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ना आदि शामिल हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पीएफआई और उसके सहयोगी संगठनों के गुनाहों को भी एक-एक करके गिनाया है. आईये जानते हैं वह 10 महत्वपूर्ण वजहें, जिसके चलते इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया गया है.
1. बेहद गुप्त और सुनियोजित एजेंडे के तहत समाज के एक वर्ग विशेष को कट्टर बनाकर लोकतंत्र की अवधारणा को कमजोर करने की दिशा में कार्य करना तथा देश के संवैधानिक प्राधिकार और संवैधानिक ढांचे के प्रति घोर अनादर प्रदर्शित करना.
2. देश की अखंडता, संप्रभुता और सुरक्षा के खिलाफ माहौल तैयार करना. इससे देश की शांति और सांप्रदायिक सद्भाव का माहौल खराब होने की आशंका है.
3. संगठन के कार्यकलापों से देश में उग्रवाद को प्रोत्साहन मिलने की आशंका.
4. पीएफआई के संस्थापक सदस्य स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) के नेता रहे हैं और पीएफआई का संबंध बांग्लादेश के जमात-उल-मुजाहिदीन से भी रहा है. ये दोनों संगठन प्रतिबंधित हैं.
5. चोरी-छिपे देश में असुरक्षा की भावना को बढ़ावा देकर एक समुदाय को कट्टर बनाने के लिए काम करना.जिससे दहशत का माहौल बन रहा है.
6. विदेशी स्रोतों जैसे बैंकिंग चैनल, हवाला और दान से धन प्राप्त करना और इसे गैरकानूनी गतिविधियों और आतंकी कामों में लगाना.इसी के चलते पीएफआई देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन गया है।
7. पीएफआई और इसके सदस्यों का बार-बार हिंसक और विध्वंसक कार्यों में शामिल रहना. इसमें एक कॉलेज प्रोफेसर का हाथ काटना, अन्य धर्मों का पालन करने वाले संगठनों से जुड़े लोगों की निर्मम हत्या करना शामिल है.
8. देश के प्रमुख लोगों और स्थानों को निशाना बनाने के लिए विस्फोटक प्राप्त करना, सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाना.
9. वैश्विक आतंकवादी समूहों के साथ अंतर्राष्ट्रीय सम्पर्क रखने के उदाहरण जैसे इसके कुछ सदस्य आईएसआईएस में शामिल हुए हैं और सीरिया, ईराक और अफगानिस्तान में आतंकी कार्यकलापों में भाग लिया हैं। पता चला है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया( PFI) के कुछ सदस्य इन संघर्ष क्षेत्रों में मारे गए और कुछ को राज्य पुलिस तथा केंद्रीय एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है.
10. सबसे बड़ा कारण ये भी है कि देश के तमाम संगठन जिनमें मुस्लिम संगठन भी शामिल हैं ,सभी ने पीएफआई को बैन करने की मांग की थी.सवाल पूछे जा रहे थे कि जब पीएफआई इतना खतरनाक संगठन है तो इस पर पाबंदी लगाने में देर क्यों की जा रही है.
–भारत एक्सप्रेस
CM योगी ने आज प्रयागराज में महाकुम्भ से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की, आवश्यक कार्यों…
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी के नाम पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के अंतिम दो मैचों में…
बांग्लादेश की मौजूदा सरकार ने भारत से पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण की आधिकारिक…
Video: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख चीफ मोहन भागवत ने हाल ही में नए…
NIA ने खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह लांडा और गैंगस्टर बचितर सिंह के मुख्य सहयोगी जतिंदर…
अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस द्वारा एयर वर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण किया जाना अडानी…