मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Muizzu) पांच दिवसीय राजकीय यात्रा पर रविवार दोपहर नई दिल्ली पहुंचे. वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निमंत्रण पर भारत आए हैं. अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा के दौरान, मुइज्जू राष्ट्रपति मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठकें करेंगे.
विदेश मंत्रालय (एमईए) के अनुसार, मालदीव के राष्ट्रपति अपने देश के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मुंबई और बेंगलुरु भी जाएंगे, जहां वे व्यापारिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
मुइज्जू (Muizzu) की यह यात्रा खास अहमियत रखती है, क्योंकि हाल के दिनो में भारत-मालदीव संबंध उतार-चढ़ाव से भरे रहे हैं. हालांकि पिछले कुछ समय से मालदीव के राष्ट्रपति लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं जिससे जाहिर होता है कि वह भारत के साथ मजबूत रिश्ते बनाए रखना चाहते हैं.
15 अगस्त पर मोहम्मद मुइज्जू ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे गए शुभकामना संदेशों में दोनों पड़ोसी देशों के बीच ‘अमूल्य साझेदारी’ की सराहना की. मालदीव के राष्ट्रपति ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच ‘ऐतिहासिक और घनिष्ठ संबंधों’ को मजबूत करने के लिए अपने प्रशासन की “पूर्ण प्रतिबद्धता” दोहराई.
एक्स पर मुइज्जू ने लिखा, “भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, मैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों को हार्दिक बधाई देता हूं. हमारी स्थायी मित्रता, मालदीव और क्षेत्र में समृद्धि और विकास को बढ़ावा देने के लिए विकसित हुई है. मुझे विश्वास है कि हमारी साझेदारी मजबूत होती रहेगी, जिससे पारस्परिक समृद्धि और साझा लक्ष्य प्राप्त होंगे.”
इससे पहले विदेश मंत्री एय जयंकर के मालदीव दौरे के दौरान मुइज्जू ने भारत को ‘सबसे करीबी सहयोगी’ और ‘अमूल्य साझेदार’ बताया. उन्होंने मालदीव को ‘उदार और निरंतर सहायता’ के लिए पीएम मोदी, भारत सरकार और भारत के लोगों के प्रति ‘गहरी कृतज्ञता’ भी व्यक्त की.
मुइज्जू ने राष्ट्रपति कार्यालय में आयोजित एक समारोह में विदेश मंत्री (ईएएम) एस. जयशंकर की मौजूदगी में कहा, “भारत हमेशा से सबसे करीबी सहयोगी और अमूल्य साझेदार रहा है, जिसने मालदीव की जरूरत के समय हमेशा मदद की.”
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मुइज्जू के भारत आगमन से पहले उनके कार्यालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “राष्ट्रपति डॉ. मुइज्जू मालदीव के विकास और वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि देश के लिए एक गतिशील और सक्रिय विदेश नीति सुनिश्चित हो सके. चर्चाएं द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक संबंधों को और आगे बढ़ाने पर केंद्रित होंगी.”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार दोपहर नई दिल्ली में साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, “यह यात्रा दर्शाती है कि भारत मालदीव के साथ अपने संबंधों को कितना महत्व देता है. इससे दोनों देशों के बीच सहयोग और लोगों के बीच मजबूत संबंधों को और गति मिलने की उम्मीद है.”
-भारत एक्सप्रेस
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