UP Police: पुलिसकर्मियों के रिटायरमेंट को लेकर योगी सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है. इसके बाद अब 50 साल की उम्र पार करने वाले पुलिसकर्मियों को रिटायर कर दिया जाएगा. शुक्रवार को ऐसे पुलिसकर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति के लिए स्क्रीनिंग कराए जाने को लेकर आदेश जारी कर दिया गया है. 30 नवंबर तक ऐसे पुलिसकर्मियों की लिस्ट तैयार करने के निर्देश शासन की तरफ से जारी किए गए हैं.
सूत्रो के मुताबिक, इस सम्बंध में एडीजी स्थापना संजय सिंघल की ओर से सभी आईजी रेंज, एडीजी जोन, सभी 7 पुलिस कमिश्नर के साथ-साथ पुलिस के सभी विभागों को भी आदेश भेज दिया गया है. आदेश में कहा गया है कि जो पुलिसकर्मी 50 साल की उम्र पूरी कर चुके हैं, उनके ट्रैक रिकॉर्ड को देखकर अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जाएगी. ऐसे पुलिसकर्मियों की लिस्ट 30 नवंबर तक देने के आदेश जारी कर दिए गए हैं तो इसी के साथ ही 20 नवम्बर तक ऐसे पुलिसकर्मियों की लिस्ट को पीएसी में भेजने का भी आदेश दिया गया है. एडीजी स्थापना संजय सिंघल की ओर से जो आदेश जारी किया गया है, उसमें ये भी कहा गया है कि “ऐसे कार्मिक जो 31 मार्च 2023 को 50 वर्ष या इससे अधिक की आयु पूर्ण करते हो, को अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्ति हेतु स्क्रीनिंग की कार्यवाही नियमानुसार पूर्ण कराकर अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्ति किये गये कार्मिकों की सूचना जोन स्तर पर संकलित कर मुख्यालय को 20.11.2023 तक उपलब्ध कराएं.”
मालूम हो कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुधारने और जनता के हित के लिए योगी सरकार ने पिछले कई वर्षों में सैकड़ों पुलिसकर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दिए जाने का फैसला किया है और इसी के बाद से लगातार साल-दर साल 50 साल से अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों को उनकी कार्यशैली के आधार पर रिटायर किया जा रहा है. अभी हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये बात भी कही थी कि जिन अफसरों या कर्मचारियों में फैसले लेने की क्षमता नहीं है उन्हें हटाते हुए तेज-तर्रार अफसरों को जिम्मेदारी दी जाए.
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सूत्रों के मुताबिक, सभी अधिकारी पहले 50 साल से अधिक उम्र के पुलिसकर्मियों के ट्रैक रिकॉर्ड देखेंगे और फिर इसके बाद निर्धारित तारीख तक अनिवार्य सेवानिवृत्ति दिए जाने वाले पुलिसकर्मियों की लिस्ट मुख्यालय भेजेंगे. अगर इस रिपोर्ट में कोई पुलिसकर्मी भ्रष्टाचार में लिप्त या फिर बैड वर्क एंड कंडक्ट पाया जाता है तो उसे अनिवार्य सेवानिवृत्त दे दी जाएगी. बता दें कि पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग में उनकी एसीआर यानी एनुअल कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट को चेक किया जाता है और फिर इसी के आधार पर इनके काम का मूल्यांकन करने के साथ ही उनकी योग्यता और कार्यक्षमता, चरित्र व व्यवहार की जांच की जाती है और फिर निर्णय लिया जाता है.
-भारत एक्सप्रेस
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