UP Monsoon Session Latest News: उत्तर प्रदेश विधान मंडल के मानसून सत्र की सोमवार को शुरूआत तो हुई लेकिन विपक्ष के हंगामे और नारेबाजी के कारण सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. इस दौरान सपा विधायकों ने राज्य विधानसभा के बाहर यूपी सरकार के खिलाफ महंगाई, बेरोजगारी जैसे ज्वलंत मुद्दों पर प्रदर्शन किया और सदन में विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते-करते सदन की वेल तक आ गए. मानसून सत्र के दौरान विधानसभा के अंदर-बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी और चारो तरफ पुलिस मुस्तैद दिखी.
सदन में चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा और मणिपुर को मुद्दा बनाते हुए सीएम की ओर तीर छोड़ा. अखिलेश ने कहा , ‘जानते हैं आपकी मजबूरी’. इसके बाद फिर से अखिलेश बोले कि इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बोलना चाहिए. इस पर विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने अखिलेश को नियमावली देखने के लिए कहा और कहा कि नियम में नहीं है कि किसी अन्य राज्यों की चर्चा यहां की जाए. इस पर अखिलेश ने कहा कि दुनिया में कोई ऐसी जगह नहीं बची, जहां पर मणिपुर की घटना की निंदा न हुई हो. उन्होंने गिनाया कि अमेरिका जैसे देश में राष्ट्रपति के ऑफिस ने इस घटना की निंदा की है. यूरोप के तमाम देशों ने भी इसकी निंदा की है.
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अखिलेश ने कहा कि क्या हम अपेक्षा नहीं कर सकते कि नेता सदन इस पर कुछ बोलें. अखिलेश ने चुटकी लेते हुए कहा, “हम जानते हैं कि भाजपा के मुख्यमंत्री के रूप में आपकी बहुत मजबूरियां हैं, लेकिन हम एक सच्चे योगी के रूप में आपसे बोलने की अपेक्षा करते हैं.” बता दें कि इस हंगामे की रूपरेखा पहले ही विपक्ष ने बना ली थी और अपनी तय रणनीति के साथ विपक्ष ने सदन के अंदर से लेकर बाहर तक घेरने का प्रयास किया.
सपा ने सत्र शुरू होने से पहले ही सरकार को बढ़ते टमाटर के भाव व अन्य ज्वलंत मुद्दों पर घेरने की रणनीति बना ली थी. वहीं सत्र में शामिल होने के लिए सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा साइकिल से विधानसभा पहुंचे. इस दौरान उन्होंने टमाटर की माला पहन रखी थी. उन्होंने इस अनोखे अंदाज से भाजपा सरकार का विरोध किया. इसी के साथ रालोद के विधायक भी गले में टमाटर-लहसुन की माला पहनकर साइकिल पर विधानसभा पहुंचे थे. साथ ही सरकार के खिलाफ स्लोगन लिखी तख्तियां सपा विधायकों के साथ ही रालोद विधायकों ने भी ले रखी थी, जिसमें महंगाई, बेरोजगारी सहित तमाम मुद्दों के साथ भाजपा सरकार के खिलाफ पंक्तियां लिखी हुई थीं. विधानसभा की सीढ़ियों पर बैठकर सपा विधायक डीजल-पेट्रोल महंगा होने, ओबीसी-एससी-एसटी आरक्षण, महिला अपराध के खिलाफ नारेबाजी करते रहे.
सदन की कार्रवाई शुरू होने से 16 मिनट तक मणिपुर और हरियाणा की हिंसा पर चर्चा कराए जाने की मांग पर विपक्षी दल डटे रहे. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने दूसरे राज्यों का मामला होने पर चर्चा करने से मना कर दिया और उनको नियम की जानकारी दी.
एसपी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी, सीबीआई, आईटी का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने ओवैसी पर भी निशाना साधा और कहा कि वह तो भाजपा के इशारे पर बोलते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मणिपुर हिंसा पर सत्ता पक्ष चर्चा नहीं करना चाहता है.
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा, “विपक्ष पूरी तरह से डिरेल है, उसकी कोई नीति नहीं है, एजेंडा नहीं है.” उन्होंने कहा, “विपक्ष हमेशा अराजकता की बातें करता है. गुंडई करने वालों को पल्लवित करता है. हमेशा से इनकी नीति रही है.” उन्होंने अपनी सरकार के बारे में कहा, “हमारी सरकार चाहती थी कि पानी कम बरसा है, कुछ जिलों में बाढ़ आई है. इस पर चर्चा होनी चाहिए.” महंगाई और मणिपुर पर चर्चा के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसको लेकर नोटिस दें तो हम चर्चा के लिए तैयार हैं.”
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने पर बधाई दी. अखिलेश ने कहा, “जहां तक कांग्रेस नेताओं और राहुल गांधी का सवाल है तो मैं उन्हें सदस्यता बहाल होने पर बधाई देना चाहता हूं.” उन्होंने कहा,” मैं सुप्रीम कोर्ट को भी बधाई देता हूं. इस फैसले के बाद लोकतंत्र और न्यायालय पर विश्वास बढ़ा है.”
सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “मैं आह्वान करुंगा कि सार्थक चर्चा सदन में करनी चाहिए. सरकार हर स्तर पर जवाब देने को तैयार है. उत्तर प्रदेश ने पिछले 6 सालों के दौरान विकास की एक नई ऊंचाई को छुआ है.” इसी के साथ बोले कि,” हम बीमारू राज्य की श्रेणी से हम बाहर आ चुके हैं. प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दोगुना किया गया है.” इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा, “25 करोड़ की जनता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को तैयार हैं. पश्चिम के कुछ जिले बाढ़ के प्रकोप से प्रभावित हुए हैं. पूर्वांचल के 40 जिले सूखा प्रभावित हो गए हैं. हम इसके समाधान के मुद्दों पर चर्चा को तैयार है.”
-भारत एक्सप्रेस
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