Pushpam Priya Choudhary: साल 2020 में लंदन से आकर बिहार में खुद को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित करने वाली द प्लूरल्स पार्टी की प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी के पिता और जदयू के पूर्व एमएलसी विनोद कुमार चौधरी का निधन हो गया. उन्होंने दरभंगा के बलभद्रपुर में अंतिम सांस ली. पिता के दाह संस्कार के बाद पुष्पम ने प्रण लिया है कि जब तक नीतीश कुमार को हराएंगे नहीं, तब तक मास्क नहीं हटाएंगे. पुष्पम प्रिया ने अपने पिता को मुखाग्नि देने के बाद कहा कि कल मेरे पिताजी का निधन हो गया है वह अब हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन मैं अपने कार्यों से जब तक मैं जिंदा हूं, उन्हें जीवित रखने की पूरी कोशिश करूंगी. बता दें कि विनोद चौधरी के निधन की खबर सामने आने के बाद खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परिजनों से फोन पर बातचीत की.
पुष्पम प्रिया ने कहा कि मेरे पिताजी भी चाहते थे कि बिहार बदले, तरक्की हो, मैं भी वही चाहती हूं उनका तरीका अलग था मेरा तरीका अलग था लेकिन एक चीज जो उन्होंने हमेशा किया, उन्होंने मेरी बहुत इज्जत की बचपन से ही. यही एक कारण था कि उन के सबसे चहेते नीतीश कुमार जी के तरीकों से जब मैं सहमत नहीं थी,नहीं हूं, सभी जानते हैँ मेरे पिताजी के बहुत चहेते हैं. पुष्पम ने कहा कि मेरे पिता फिर भी मेरी इज्जत की, और मैंने जो भी निर्णय लिया मेरे पिता ने मेरा विरोध नहीं किया.
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बता दें कि बिहार में लालू, तेजस्वी से ज्यादा नीतीश कुमार विरोधियों के निशाने पर हैं.सीएम नीतीश के खिलाफ बीजेपी (सम्राट चौधरी), एलजेपी रामविलास (चिराग पासवान), हम (जीतन राम मांझी) और RLJD (उपेंद्र कुशवाहा) ने पहले से ही मोर्चा खोल रखा था. लेकिन लोकसभा चुनाव को लेकर बेंगलुरू में दूसरे दिन की बैठक के दौरान उन्हें फिर चुनौती मिली।.चैलेंज भी ऐसा कि बिहार की सियासत चौंक उठी है. उन्हें अब मुरेठा और मास्क की चुनौती मिली है. द प्लूरल्स पार्टी की प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी ने साफ-साफ कहा है कि जब तक नीतीश को हराएंगे नहीं, मास्क हटाएंगे नहीं.
बताते चलें कि साल 2020 में एक सुबह बिहार के सभी अखबारों के फ्रंट पेज पर विज्ञापन में एक युवा महिला पाठकों को घूर रही थी. शीर्षक भी लिखा था – सीएम कैंडिडेट बिहार 2020. दूसरे पेज पर बिहार को 2030 तक बदलने का वादा किया गया था. ये महिला कोई और नहीं पुष्पम प्रिया चौधरी ही थीं. चुनाव में इन्हे करारी हार मिली.
-भारत एक्सप्रेस
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