देश

Ramcharitmanas: “योगी सरकार ने उसी सुंदरकांड का पाठ कराने का निर्णय लिया है, जिसमें महिलाओं व शूद्रों का हुआ अपमान” सपा नेता स्वामी प्रसाद के फिर बिगड़े बोल

Ramcharitmanas: रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी करके हिंदु धर्म के शास्त्र का अपमान करने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बोल एक बार फिर बिगड़ गए हैं. इस बार उनका बयान नवरात्र से ठीक पहले उस वक्त आया है, जब योगी सरकार ने नवरात्र व रामनवमी के अवसर पर पूरे प्रदेश में दुर्गा सप्तशती व रामायण पाठ कराने की घोषणा की है. मौर्य ने गुरुवार को एक ट्विट के जरिए कहा कि, “योगी सरकार ने उसी सुंदरकांड का पाठ कराने का निर्णय लिया है, जिसमें महिलाओं व शूद्रों का अपमान किया गया है.”

ट्विटर पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा है कि, “ढोल, गवार, शुद्र, पशु, नारी. सकल ताड़ना के अधिकारी. उसी सुंदरकांड का हिस्सा, जिसका सरकार ने पाठ कराने का निर्णय लिया है यानी सरकार का यह निर्णय महिलाओं व शूद्र समाज को प्रताड़ित व अपमानित करने वाले 3% लोगों को बढ़ावा देने एवं 97% हिंदू समाज के भावनाओं को आहत करने वाला है.”

बता दें कि करीब डेढ़ महीने पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्मग्रंथ श्रीरामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया था और कहा था कि “रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है. तुलसीदास ने इसे अपनी खुशी के लिए लिखा था. करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते.” इसी के बाद प्रदेश में स्वामी के खिलाफ जमकर विरोध किया जा रहा है.

संतों व महंतों द्वारा भी मौर्य के बयान के बाद विरोध किया गया, लेकिन वह नहीं रुके और इसके बाद से ही एक के बाद एक विवादित टिप्पणी हिंदू धर्म व ग्रंथ को लेकर कर रहे हैं. इस सम्बंध में उन्होंने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को पत्र लिखकर उन चौपाइयों को हटाने अथवा संशोधित करने की मांग की थी, जिसका वह विरोध कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- Ramcharitmanas: “किसी संत-महंत को न तो नीच और अधम कहा गया…फिर भी हुए आगबबूला…” स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर दिया बयान

तो वहीं संत-महंत और धर्मचार्यों को भी निशाना बनाने से मौर्य नहीं चूके और कह दिया था कि, “जब किसी भी संत, महंत, धर्माचार्य को न तो नीच, अधम कहा गया और न ही प्रताड़ित, अपमानित किया गया फिर भी आगबबूला होकर धैर्य, संयम और विवेक खो दिये हैं, सोचिये जरा उन महिलाओं, आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों से जिन्हे धर्म के नाम पर आप रोजाना नीच, अधम, अपमानित व प्रताड़ित करते हैं.”

-भारत एक्सप्रेस

Archana Sharma

Recent Posts

साल 2023 में कुल 9.52 मिलियन विदेशी पर्यटक पहुंचे भारत, पर्यटन मंत्री ने संसद में पेश किया आंकड़ा

Indian Tourism Industry: केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को संसद में बताया…

31 mins ago

प्राकृतिक खेती से बदलेगी किसानों की किस्मत! मोदी सरकार ने ‘नेशनल मिशन ऑन नैचुरल फार्मिंग’ को दी मंजूरी

राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन के अंतर्गत, किसानों के लिए जैविक खेती की आसान उपलब्धता सुनिश्चित…

1 hour ago

भारतीय रेल ने साल 2014 से अब तक 500,000 कर्मचारियों की भर्ती की, बोले- रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव

Indian Railway Recruitment: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा कि पिछले दशक में…

1 hour ago

किआ इंडिया ने किया 1 लाख सीकेडी यूनिट्स का निर्यात, 2030 तक 50 फीसदी वृद्धि का रखा लक्ष्य

Kia India CKD Exports: किआ इंडिया के मुख्य बिक्री अधिकारी जूनसू चो ने कहा, “हमारा…

2 hours ago

जम्मू-कश्मीर के इतिहास में आज पहली बार मनाया जा रहा संविधान दिवस, जानें, पहले क्यों नहीं सेलिब्रेट किया जाता था Constitution Day

जम्मू-कश्मीर अपने स्वयं के संविधान और ध्वज के साथ संचालित होता था, जहां सरकार के…

2 hours ago

एप्पल ने भारत में उत्पादन में बनाया नया रिकॉर्ड, सात महीने में प्रोडक्शन 10 अरब डॉलर के पार

2024-25 के पहले सात महीनों में भारत में आईफोन का उत्पादन 10 अरब डॉलर को…

2 hours ago