Siddharthnagar: उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर से दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आ रही है. यहां पर चोरी के आरोप में दो नाबालिगों को पीटने और जबरन पेशाब पिलाने और गुप्तांग में मिर्च डालने का मामला सामने आया है. घटना डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के कोनकटी चौराहे से सामने आई है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसको लेकर लोगों में आक्रोश है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक कोनकटी चौराहे पर एक पोल्ट्री फार्म संचालक ने पैसा व मुर्गा चोरी के आरोप में दो नाबालिग बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार किया और क्रूरता की सारी हदें पार कर दी. उसने पहले बच्चों को बांधकर पीटा और इसके बाद दोनों को जबरन पेशाब पिलाया. फिर बच्चों के गुप्तांग में मिर्ची डालकर पेट्रोल का इंजेक्शन लगा दिया. घटना शुक्रवार की बताई जा रही है, जिसका वीडियो शनिवार से सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. पुलिस ने वीडियो को आधार बनाकर पूछताछ के लिए घटना में शामिल कुछ लोगों को उठाया है और एएसपी सिद्धार्थ ने भी घटनास्थल का जायजा लेते हुए पीड़ितों से मुलाकात की है.
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सूत्रों की मानें तो कोनकटी चौराहे पर सऊद नाम का एक व्यक्ति पोल्ट्री फार्म संचालित करता है. उसके साथ ही उसके परिजन भी इसकी देख रेख करते हैं. जानकारी सामने आ रही है कि शुक्रवार दोपहर दो बजे के करीब सऊद व उसके कुछ साथियों ने दो नाबालिग बच्चों को पैसा व मुर्गा चुराने के आरोप में पकड़ लिया और फिर दोनों बच्चों को फार्म के अंदर बांधकर बुरी तरह से पीटा. इसके बाद क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए दोनों बच्चों को जबरन मिर्चा खिलाकर बोतल में पेशाब भरकर पिलाया और फिर हरी मिर्च तोड़कर दोनों बच्चों के गुप्तांग में डाल दी इसके बाद ऊपर से पेट्रोल का इंजेक्शन भी लगा दिया.
वीडियो वायरल होने पर पुलिस हरकत में आई .वहीं एएसपी सिद्धार्थ ने पीड़ितों से मुलाकात की और कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है. एएसपी सिद्धार्थ ने कहा है कि पथरा पुलिस को तहरीर मिल चुकी है. इस मामले में छह लोगों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ की जा रही है.
दूसरी ओर बेवां सीएचसी के अधीक्षक डा. श्रवण तिवारी ने मीडिया को जानकारी दी कि अगर कमर पर अगर पेट्रोल का इंजेक्शन दे दिया गया है तो सबसे पहले तत्काल उपचार के लिए पीड़ितों को अस्पताल में भर्ती कराएं. डाक्टर ने बताया कि अगर समय रहते उपचार नहीं किया गया तो पेट्रोल रक्त में संचारित होकर गुर्दा, हर्दय पर बुरा असर डाल सकता है, जिससे स्वास्थ्य बिगड़ सकता है. उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे खून में मिला पेट्रोल नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचाकर लकवे की स्थिति उत्पन्न कर सकता है. ऐसे में सबसे पहले जरूरी है कि बच्चों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया जाए.
वहीं जानकारी सामने आई है कि पोल्ट्री फार्म संचालक तीन वर्षों से बिना पंजीयन के पोल्ट्री फार्म का संचालन कर रहा है और वह मुर्गे बेचने के साथ ही यही पर मुर्गे काटकर भी बेचता है, जबकि उसके पास पंजीयन नहीं है. अगर नियम की मानें तो पोल्ट्री फार्म पर मुर्गे काटकर बेचे जाने के लिए फार्म का पंजीयन खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग से होना जरूरी है. इस सम्बंध में डीओ जीके दुबे ने बताया कि, उन्हें इसकी की जानकारी नहीं थी. विभाग जांच कर संचालक पर कार्रवाई करेगा.
-भारत एक्सप्रेस
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