IAS Abhishek Singh Resigned: अपने लुक, स्मार्टनेस और तमाम स्टाइलिश तस्वीरों के कारण चर्चा में रहने वाले यूपी कैडर के चर्चित आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह (IAS Abhishek Singh) को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दे दिया है. 2011 बैच के आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह एक मामले में फरवरी 2023 से निलंबित चल रहे थे. फिलहाल अब उनकी राजनीति में एंट्री करने के चर्चे सामने आ रहे हैं. हालांकि एक्टिंग में शौक रखने वाले अभिषेक फिल्मों में भी काम कर चुके हैं. वह गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रेक्षक ड्यूटी के दौरान कार के सामने फोटो खिंचाकर चर्चा में आए थे.
बता दें कि अभिषेक सिंह की पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल (Durga Shakti Nagpal) भी कई मामलो में चर्चा में आ चुकी हैं. वह वर्ष 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. इस समय दुर्गा शक्ति नागपाल बांदा की जिलाधिकारी है. तो वहीं अभिषेक सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले हैं. जहां एक ओर उनके इस्तीफे को लेकर तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं तो इसी बीच ये भी कहा जा रहा है कि उन्होंने निजी कारणों के चलते इस्तीफा दिया है. गौरतलब है कि नवम्बर 2022 में उनको गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रेक्षक ड्यूटी से हटा दिया गया था. निर्वाचन आयोग ने उनके आचरण को सही नहीं माना था. बावजूद इसके उन्होंने नियुक्ति विभाग में रिपोर्ट नहीं की थी. उनकी इसी हरकत को लेकर राज्य सरकार ने उन्हें निलंबित कर राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया था.
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बता दें कि हाल ही में सार्वजनिक गणेश उत्सव के दौरान जौनपुर में अभिषेक सिंह ने भव्य गणेशोत्सव कार्यक्रम का आयोजन कराया था और मुंबई के तमाम कलाकार भी इसमें शामिल हुए थे. तो वहीं लोग उनके इस कार्यक्रम को आने वाले लोकसभा चुनाव से जोड़ कर देख रहे हैं. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि वह लोकसभा चुनाव-2024 की तैयारी कर रहे हैं. फिलहाल अब उन्होंने इस्तीफ दे दिया है तो इससे इस कयास को और भी बल मिल गया है कि वह चुनावी मैदान में ताल ठोक सकते हैं. फिलहाल उनको एक्टिंग का भी बहुत शौक है. इसी के चलते वह सस्पेंस थ्रिलर ‘दिल्ली क्राइम’ में भी काम कर चुके हैं, जिससे उनको तमाम शोहरत मिली थी.
मीडिया सूत्रों के मुताबिक, अभिषेक के पिता कृपा शंकर सिंह आईपीएस अधिकारी रहे हैं. फिलहाल वह रिटायर हो चुके हैं. तो वहीं 14 अगस्त 2013 में ट्रेनिंग के बाद अभिषेक की पहली पोस्टिंग झांसी में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर हुई थी. इसके बाद 2014 अक्टूबर में उनको किसी मामले में निलंबित कर दिया गया था. बहाली मिलने के बाद जनवरी 2015 में उनको हरदोई जिले का मुख्य विकास अधिकारी बनाया गया. फिर इसी साल मार्च के महीने में उनको दिल्ली सरकार में प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया गया. वह दिल्ली में 5 साल रहे. इसके बाद उनको गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए प्रेक्षक बनाकर भेजा गया. उन्होंने यहां पर अपना कार्यभार संभाला, लेकिन प्रेक्षक रहने के दौरान कार के आगे फोटो खिंचाकर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने उनके इस अनुचित आचरण पर 18 नवंबर 2022 को उन्हें ड्यूटी से हटा दिया था.
-भारत एक्सप्रेस
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