First Cardiac Telesurgery: भारत की पहली स्वदेशी सर्जिकल रोबोटिक तकनीक ने महज दो दिनों के भीतर दुनिया की पहली दो रोबोटिक कार्डियक टेलीसर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम देकर वैश्विक स्वास्थ्य सेवा में इतिहास रच दिया है, इस प्रक्रिया में शामिल डॉक्टरों ने शुक्रवार (10 जनवरी) को यह जानकारी दी.
यह सर्जरी 3 सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम द्वारा की गई और इसमें गुरुग्राम में एसएस इनोवेशन के मुख्यालय को जयपुर राजस्थान के निजी अस्पताल से जोड़ना शामिल था, जिसकी दूरी 286 किलोमीटर थी.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, टेलीरोबोटिक असिस्टेड इंटरनल मैमरी आर्टेरी हार्वेस्टिंग प्रक्रिया को दूर से ही सफलतापूर्वक महज 58 मिनट में पूरा किया गया और इसका नेतृत्व एसएस इनोवेशन इंटरनेशनल इंक के संस्थापक, अध्यक्ष और सीईओ डॉ. सुधीर श्रीवास्तव ने किया.
यह गुरुग्राम में एसएसआई मुख्यालय से किया गया और जयपुर के मणिपाल अस्पताल में कार्डियक सर्जरी के प्रमुख डॉ. ललित मलिक और जयपुर में उनकी विशेषज्ञ टीम के सपोर्ट से सर्जरी ने केवल 35-40 मिलीसेकंड (एक सेकंड का 1/20वां हिस्सा) की अविश्वसनीय रूप से कम विलंबता के साथ असाधारण सटीकता का प्रदर्शन किया.
इस अभूतपूर्व प्रक्रिया के बाद एक और विश्व-प्रथम, रोबोटिक बीटिंग हार्ट टोटली एंडोस्कोपिक कोरोनरी आर्टरी बाईपास (TECAB) की गई, जो एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे सबसे जटिल कार्डियक सर्जिकल प्रक्रियाओं में से एक के रूप में जाना जाता है; उसी सहयोग के तहत टेलीसर्जरी के माध्यम से केवल 40 मिलीसेकंड की अविश्वसनीय रूप से कम विलंबता के साथ किया गया. दोनों सर्जरी ने गुरुग्राम को जयपुर से जोड़ा और लंबी दूरी पर सहज टीमवर्क का प्रदर्शन किया, जिससे दूरस्थ सर्जिकल हस्तक्षेपों के लिए एक नया मानक स्थापित हुआ.
एसएस इनोवेशन के संस्थापक, अध्यक्ष और सीईओ डॉ. सुधीर श्रीवास्तव के अनुसार, ‘हम मानवता को लाभ पहुंचाने के लिए सर्जरी की क्षमताओं को उन्नत करने से बेहद रोमांचित हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है. टेलीसर्जरी को सक्षम करके, हम चिकित्सा विशेषज्ञता तक पहुंच में अंतराल को पाट सकते हैं और भौगोलिक बाधाओं के बावजूद देखभाल के उच्चतम मानक प्रदान कर सकते हैं.’
उपलब्धि के बारे में आगे बात करते हुए उन्होंने टेलीसर्जरी के लाभों पर प्रकाश डाला, क्योंकि इससे मरीजों को पहले की तुलना में आसानी से देखभाल मिल रही है. उन्होंने कहा, ‘भारत जैसे देश के लिए, जिसकी विशाल ग्रामीण आबादी और महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल असमानताएं हैं, यह नवाचार परिवर्तनकारी है. टेलीसर्जरी विश्व स्तरीय सर्जिकल विशेषज्ञता को सीधे वंचित समुदायों तक पहुंचाती है, जिससे मरीजों को विशेष देखभाल के लिए शहरी केंद्रों तक लंबी दूरी तय करने की आवश्यकता नहीं होती. हमने रोबोटिक सर्जरी तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाने के अपने मिशन को पूरा कर लिया है.’
जयपुर के मणिपाल अस्पताल में कार्डियक सर्जरी के प्रमुख डॉ. ललित मलिक ने कहा, ‘यह अभूतपूर्व अंतर-राज्यीय रोबोटिक कार्डियक टेलीसर्जरी नवाचार के माध्यम से रोगी देखभाल को बेहतर बनाने में एक महत्वपूर्ण छलांग है. जयपुर के एक बुजुर्ग मरीज पर रिमोट रोबोट-सहायता प्राप्त CABG इस बात का उदाहरण है कि कैसे तकनीक सटीक और समय पर चिकित्सा हस्तक्षेप प्रदान करने के लिए भौगोलिक अंतर को पाट रही है. यह उपलब्धि विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने और रोगियों को उपलब्ध सबसे उन्नत उपचार विकल्पों तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए हमारे समर्पण को रेखांकित करती है.’
-भारत एक्सप्रेस
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