भारतीय हस्तशिल्प कला समय के साथ लगातार बदलाव के दौर से गुजर रही है. नई पीढ़ी के कलाकार हस्तशिल्प के उत्पादों को नए तरीके से पेश कर रहे हैं. जिनकी समय के साथ मांग और लोकप्रियता दोनों बढ़ रही है. कुछ ऐसे ही हस्तशिल्प उत्पादों के बारे में हम आपको बताते हैं जो आने वाले समय में भारतीय हस्तशिल्प कला को मजबूती देने के साथ ही ट्रेंड में हैं.
ये चंद्र एस्क्यू कॉफी टेबल है. जिसे आर्किटेक्ट नेहित विज और देवयानी गुप्ता ने डिजाइन किया है. इन लोगों ने शिल्पकला और आधुनिक डिजाइन को एकसाथ जोड़ने को लेकर तमाम तरह के डिजाइनों को तैयार कर रहे हैं. इसके लिए नेहित और देवयानी ने एक स्टूडियो की शुरुआत भी की है. नेहित और देवयानी ने उत्तर प्रदेश के तमाम पारंपरिक रतन बुनकरों को प्रशिक्षित भी किया है.
अब बात करते हैं पूर्व स्टाइलिस्ट करुणा लौंगानी और गौरी वर्मा की, जिन्होंने अपनी शानदार कला और कल्पनाओं के जीवंत रंगों के साथ, कपड़े, जैकेट और मेन्सवियर ब्लॉक-प्रिंटेड राजस्थानी और गुजराती कपड़ों के स्टीरियोटाइपिकल लुक से आगे बढ़कर कुछ मॉडर्न और अधिक वैचारिक हैं.
जेस्मिना ज़ेलियांग ने 450 से अधिक ग्रामीण, घर-आधारित कारीगरों के एक नेटवर्क को प्रशिक्षित किया है, जो “पारंपरिक प्रथाओं और आधुनिक डिजाइन का संगम” वाले वस्त्र और सजावटी टुकड़े बनाने के लिए लचीली लोई लूम, या बैक-स्ट्रैप लूम पर बुनाई करते हैं. ज़ेलियांग पंखे और लकड़ी की मूर्तियाँ, बांस से बुने हुए टुकड़े और देहाती लकड़ी का काम भी करता है.
-भारत एक्सप्रेस
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