प्रयागराज में प्लेटलेट्स बेचने का गोरखधंधा पकड़ में आया है.पुलिस ने एक ऐसे शातिर गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो फर्जी प्लेटलेट्स बेचकर लाखों के वारे-न्यारे करता था.इसके काम करने का तरीका भी अजब था ताकि किसी को उनकी कारस्तानियों पर शक ना हो.दरहकीकत ये गिरोह, सरकारी अस्पतालों पर ब्लड बैंक की फर्जी स्लिप के सहारे प्लेटलेट्स बेचने का काम करता था. वह नकली प्लेटलेट्स पाउच पर बेली, एसआरएन अस्पताल और एएमए बल्ड बैंक के नाम की फर्जी स्लिप लगा कर देते थे. जिससे डॉक्टर भी धोखा खा जाते थे.
दरअसल, पुलिस अफसरों ने बताया कि प्लेटलेट्स बेचने वाले गिरोह के कब्जे से 3 पाउच नकली प्लेटलेट्स बरामद हुई हैं. जिन्हें अलग-अलग पाउच में भरकर आरोपी प्लेटलेट्स बताकर बेचते थे. खास बात यह कि इन पाउचों पर बेली (Bailey), एसआरएन (SRN) और एएमए (AMA), ब्लडबैंक की फर्जी स्लिप लगी हुई है. इस मामले की पूछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि यह फर्जी स्लिप हैं, जो वह प्रिंटिंग प्रेसों से छपवाते थे.
10 गुना ज्यादा दाम वसूलते थे
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 350 रुपये में प्लाज्मा खरीदकर प्लेटलेट्स के नाम पर 10 गुना ज्यादा दाम वसूलते थे. और एमएल प्लाज्मा का पाउच 350 रुपये में ब्लड बैंकों से खरीदते थे. इसके बाद 50-50 एमएल के 7 पैकैट तैयार करते थे. फिर इन प्लाज्मा पाउच को प्लेट्लेट्स बताकर 3-5 हजार रुपये तक वसूलते थे.
पुलिस के मुताबिक इस काम में अस्पतालों के कुछ कर्मचारी भी शामिल थे जिनमें एसआरएन (SRN) अस्पताल का पूर्व संविदाकर्मी और 2 निजी पैथोलॉजी कर्मचारियों के नाम सामने आ रहे हैं.
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