इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण दिवाली के एक दिन बाद यानि आज लग रहा है.सोमवार 24 अक्टूबर को दिवाली थी.ज्योतिषविदों के मुताबिक सूर्य ग्रहण का सूतक दिवाली की रात से ही लग चुका है. भारत में यह सूर्य ग्रहण आंशिक रूप से देखा जा सकेगा. ये सूर्य ग्रहण 4 घंटे, 3 मिनट का होने वाला है. ये साल 2022 का पहला ऐसा सूर्य ग्रहण है जो भारत में दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक काल से ही माना जा रहा है. इससे पहले 30 अप्रैल को सूर्य ग्रहण लगा था, जो कि भारत में नहीं दिखा था. भारत में ये सूर्य ग्रहण शाम लगभग 4 बजकर 29 मिनट से शुरू होगा और शाम 6 बजकर 9 मिनट पर खत्म होगा. बता दें कि सूर्य ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले ही सूतक काल शुरू हो जाता है. इसलिए भारत में इसका सूतक काल 25 अक्टूबर को भोर में 4 बजे के बाद माना जा रहा है. ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, सूतक के दौरान कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक है तो आइए जानते हैं क्या हैं वो जरूरी नियम और सूर्य ग्रहण के समय और किन कार्यों से बचना चाहिए.
शास्त्रों के मुताबिक, सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने से उसका नकारात्मक असर पड़ता है. ऐसे में इस दौरान पका हुआ खाना नहीं खाना चाहिए.
अगर भोजन पहले से बना रखा है तो उसमें तुलसी का पत्ता डाल दें. दूध और इससे बनी चीजों, पानी में भी तुलसी का पत्ता डाल कर रखें. तुलसी के पत्ते के कारण दूषित वातावरण का प्रभाव खाद्य वस्तुओं पर नहीं पड़ता है.
सूतक लगने के साथ गर्भवती महिलाओं के इस दौरान अपना विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए. सूतक काल से लेकर ग्रहण पूरा होने तक घर से न निकलें और अपने पेट के हिस्से पर गेरू लगाएंसूतक काल से ग्रहण काल समाप्त होने तक गर्भवती स्त्रियां किसी भी प्रकार की नुकीली वस्तुओं का उपयोग ना करें.
सूतक काल में घर के मंदिर में भी पूजा पाठ करने की मनाही होती है. इसके स्थान पर मानसिक जाप करना शुभ और फलदायी माना जाता है.
-भारत एक्सप्रेस
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