बुधवार (3 अप्रैल) को ताइवान में आए शक्तिशाली भूकंप से कम से कम 7 लोगों के मारे जाने की सूचना है और इस घटना में लगभग 730 लोग घायल हो गए हैं. भूकंप से दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और सुनामी की चेतावनी दी गई, जिसे जापान और फिलीपींस तक बढ़ा दिया गया था.
अधिकारियों ने कहा कि यह भूकंप दशकों में द्वीप को हिला देने वाला सबसे शक्तिशाली भूकंप था. उन्होंने आने वाले दिनों में और अधिक भूकंप आने की चेतावनी दी. राजधानी ताइपे के केंद्रीय मौसम प्रशासन के भूकंप विज्ञान केंद्र के निदेशक वू चिएन-फू (Wu Chien-fu) ने कहा, ‘भूकंप जमीन के करीब है और उथला है. इसे पूरे ताइवान और अपतटीय द्वीपों पर महसूस किया गया.’
समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि सख्त निर्माण नियमों और आपदा जागरूकता ने द्वीप के लिए एक बड़ी तबाही को टाल दिया है, जो नियमित रूप से भूकंप से प्रभावित होता है, क्योंकि यह दो टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन के पास स्थित है.
वू ने कहा कि सितंबर 1999 में आए 7.6 तीव्रता के भूकंप के बाद यह सबसे शक्तिशाली भूकंप था, जिसमें द्वीप के इतिहास की सबसे घातक प्राकृतिक आपदा में लगभग 2,400 लोग मारे गए थे.
बुधवार को आया 7.4 तीव्रता का भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह 8:00 बजे (0000 GMT) से ठीक पहले आया. यूनाइटेड स्टेट्स जीओलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) ने भूकंप का केंद्र ताइवान के हुलिएन (Hualien) शहर से 18 किलोमीटर (11 मील) दक्षिण में 34.8 किलोमीटर की गहराई पर बताया.
भूकंप के केंद्र के करीब ताइवान के पूर्वी तट पर स्थित हुलिएन शहर में हुए कुछ नुकसान के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर लोगों ने शेयर किए हैं. एक वीडियो में दिख रहा है कि भूकंप के कारण एक बिल्डिंग झुक गई है.
अधिकारियों ने कहा कि शहर के चारों ओर की पहाड़ियों पर सुबह-सुबह पैदल यात्रा पर निकले 7 लोगों के समूह में से तीन लोगों की भूकंप के कारण गिरे पत्थरों से कुचलकर मौत हो गई. इसके अलावा एक ट्रक चालक की मौत हो गई, जब उसका वाहन इलाके में एक सुरंग के पास भूस्खलन की चपेट में आ गया.
राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन (Tsai Ing-wen) ने स्थानीय और केंद्र सरकार की एजेंसियों से एक-दूसरे के साथ समन्वय करने का आह्वान किया और कहा कि राष्ट्रीय सेना भी सहायता प्रदान करेगी. राष्ट्रीय अग्निशमन एजेंसी ने मरने वालों की संख्या की पुष्टि की और कहा कि भूकंप से संबंधित चोटों के लिए लगभग 60 लोगों का इलाज किया गया था.
भूकंप आने के बाद ताइवान, जापान और फिलीपींस में अधिकारियों ने शुरू में सुनामी की चेतावनी जारी की थी, लेकिन लगभग 10 बजे (0200 GMT) तक पैसिफिक सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने कहा कि खतरा ‘काफी हद तक टल गया’ है.
भूकंप के बाद राजधानी ताइपेई में मेट्रो ट्रेन कुछ समय के लिए बंद कर दी गई थी, लेकिन एक घंटे के भीतर इसे फिर से शुरू कर दिया गया. नागरिकों को किसी भी गैस रिसाव की जांच करने के लिए अपने स्थानीय नगर प्रमुखों से चेतावनी मिली है.
ताइवान नियमित रूप से भूकंप से प्रभावित होता है, क्योंकि यह द्वीपीय देश दो टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन के पास स्थित है, जबकि पास के जापान में हर साल लगभग 1,500 झटके महसूस होते हैं.
हांगकांग के निवासियों ने भी भूकंप महसूस होने की सूचना दी. चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने कहा कि चीन, जो स्व-शासित ताइवान पर अपना दावा करता है, भी पर नजर रखे हुए है और सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है.
-भारत एक्सप्रेस
गुयाना से भारत लौटने के बाद पीएम मोदी सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक पोस्ट…
देश के विभिन्न राज्यों में तैयार किए गए गिफ्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं…
एक बेघर व्यक्ति को मारने के बदले में भीड़ ने तय किया कि हाथिनी मैरी…
दिल्ली में Aam Aadmi Party की सरकार शासन और नौकरशाही पर नियंत्रण से जुड़े कई…
डॉ. राजेश्वर सिंह ने देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने तथा 2047…
AMU छात्र नेता सलमान गौरी ने कहा, जिन बच्चों का सस्पेंशन किया है उन्हें बहाल…