इस्लामाबाद-पाकिस्तान एक ऐसा मुल्क है जो दुनिया में आतंकवाद की नर्सरी के तौर पर जाना जाता है.दुनिया में कहीं भी कोई आतंकी हमला हो,उसके तार सीधे पाकिस्तान से जुड़ते हैं,लेकिन पाकिस्तान की फितरत है झूठ बोलना और हमेशा इससे इंकार करना.उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या का सीधा कनेक्शन भी पाकिस्तान से ही जुड़ा लेकिन अब पाकिस्तान ने कहा है कि हमने वह जांच रिपोर्ट देखी है.इस घटना का हमसे कोई वास्ता नहीं है,ऊपर से तुर्रा ये भी दिया कि भारत दुनिया में पाकिस्तान को बदनाम करने का प्रयास कर रहा है.पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर ये कहा है कि भारत के आरोपों में कोई दम नहीं है
गौरतलब है कि एक टीवी डिबेट में बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर के बारे में कुछ टिप्पणी कर दी थी जिससे कट्टरपंथी बौखला गये.बाद में बीजेपी ने नूपुर को पार्टी प्रवक्ता पद से हटा दिया था. इसके कुछ दिन बाद उदयपुर में एक टेलर की दिनदहाड़े गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद पता चला था कि इस हत्या में शामिल दोनों आरोपियों का कनेक्शन पाकिस्तानी संगठन दावते-इस्लामी से है।
क्या पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के बयान पर भरोसा करें?
पाकिस्तानी विदेश विभाग ने कहा कि हमने भारतीय मीडिया में उदयपुर में हत्या के मामले की जांच के बारे में रिपोर्ट देखी है, जिसमें आरोपी को भारतीय को पाकिस्तान में एक संगठन से जोड़ने की कोशिश की जा रही है।जबकि आरोपियों ने पूछताछ में बताया था कि दोनों पाकिस्तान के कराची में चलने वाले संगठन दावत-ए-इस्लामी से जुड़े हुए हैं. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने ने बीजेपी-आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय शासन पाकिस्तान को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है, ताकि आंतरिक मुद्दों से ध्यान भटकाया जा सके। पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि इस तरह के प्रयास भारत या विदेशों में लोगों को गुमराह करने में सफल नहीं होंगे।
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस हत्याकांड का एक आरोपी गौस मोहम्मद 2014 में 45 दिनों के लिए कराची गया हुआ था। उसने 2018-19 में अरब देशों और नेपाल की कई बार यात्रा की थी। वह पिछले 2-3 साल से पाकिस्तान के 8 से 10 फोन नंबर पर लगातार बात भी कर रहा था। वहीं दूसरा आरोपी मोहम्मद रियाज पाकिस्तान के आतंकी संगठन दावते-इस्लामी के सरगना मौलाना इलियास अत्तारी से प्रभावित था। इस कारण वह अपने नाम के साथ अत्तारी भी जोड़ा करता था। दावते-इस्लामी का गठन मौलाना इलियास अत्तारी ने साल 1981 में किया था।
पाकिस्तान पर शक की वजह क्या है?
भारत के शहर मुंबई में 26/11 का अटैक ,पुलवामा में आतंकी हमला,उरी पर हमला,पठानकोट के एयरबेस पर हमला और दिल्ली के सरोजिनी नगर में हुए ऐसे तमाम आतंकी हमले हैं जिनमें पाकिस्तान समर्थिक आतंकी शामिल थे.मुंबई अटैक का मास्टरमाइंड अजमल आमिर कसाब तो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का ही रहने वाला था,हालांकि पाकिस्तान यहां भी यह मानने को तैयार नहीं हैं लेकिन पाकिस्तान के एक पत्रकार हामिद मीर ने खुद उस आतंकी के गांव जाकर पता लगाया और कहा कि वह हमारे देश का नागरिक है,इसके बाद पाकिस्तान का मुंह बंद हो गया था.किसी भी आतंकी घटना के बाद पाकिस्तान हमेशा डिनायल के मोड में रहता है
-भारत एक्सप्रेस
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