अजब-गजब

Eid 2024: ईद के मौके पर निकला अजीबो-गरीब ऑफर, जितनी मर्जी बकरियों को पकड़ो और फ्री में ले जाओ…

Eid 2024: आजकल किसी भी जानवर को पालना आसान नहीं होता है. हालांकि कुछ जानवरों को पालना फायदे का सौदा होता है, जैसे कि बकरियां. वहीं मार्केट में एक बकरा या बकरी हजारों रुपये में बिकता हैं. खासकर ईद-बकरीद के समय तो इनकी कीमतें आसमान छूने लगती हैं. कई बकरे तो लाखों में बिकते हैं, पर जरा सोचिए कि अगर यही बकरियां और बकरे फ्री में मिलने लगें तो क्या होगा. जी हां, दुनिया में एक जगह ऐसी भी है, जहां लोगों से अपील की जा रही है कि वो आएं और जितनी मर्जी बकरियां पकड़ कर फ्री में ले जाएं.

दरअसल, इटली के एक द्वीप ने बकरियां पकड़ने वाले किसी भी व्यक्ति को मुफ्त में उसे देने की पेशकश की है. इस द्वीप का नाम एलिकुडी है. इस द्वीप को आदर्श रूप से 100 लोगों और 100 जंगली बकरियों के रहने के लायक विकसित किया गया है, हालांकि इस साल इंसानों और जानवरों का अनुपात बेतहाशा असंतुलित हो गया है. इस द्वीप में बकरियों की संख्या वांछित संख्या से छह गुना अधिक हो गई है. इस द्वीप पर प्रति व्यक्ति जानवरों की संख्या अन्य जगहों की तुलना में काफी अधिक हो गई है. ऐसे में एलिकुडी द्वीप के मेयर रिकार्डो गुलो ऐसे व्यक्तियो को बुला रहे हैं जो इस मुद्दे को हल करने में मदद कर सकते हैं.

बकरियां पकड़ने वाले लोगों के लिए क्या जरूरी

आपको बता दें 50 बकरियों को लेने में रुचि रखने वाला कोई भी व्यक्ति 10 अप्रैल तक समुदाय के साथ आधिकारिक अनुरोध कर सकता है, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह सभी बकरियों को गोद लेने तक समय सीमा बढ़ा देंगे. आवेदक को अपना अनुरोध स्थानीय प्राधिकारी को ईमेल करना होगा, और इसे आधिकारिक बनाने के लिए €16 (लगभग $17) स्टाम्प शुल्क का भुगतान करना होगा. उन्होंने कहा कि आदर्श रूप से हम देखना चाहेंगे कि लोग बकरियों को खाने के बजाए उन्हें पालतू बनाने की कोशिश करें. एक बार बकरियों का बंटवारा हो जाने के बाद, बकरी लेने वाले के पास उन्हें पकड़ने और द्वीप से निकालने के लिए 15 दिन का समय होगा.

बकरियों से द्वीप को क्या नुकसान

गुलो ने गुरुवार को सीएनएन को बताया कि उन्हें इसकी परवाह नहीं है कि आप बकरियों को पालने के बारे में कुछ भी जानते हैं या नहीं. बस आपके पास उन्हें पकड़ने के बाद द्वीप से बाहर निकालने के लिए एक नाव होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि स्थानीय प्राधिकरण ने बकरी गोद लेने का एक कार्यक्रम बनाया था, क्योंकि हम उन्हें मारना नहीं चाहते हैं. ये बकरियां आवासीय क्षेत्रों में घुस रही हैं, घरों पर हमले कर रही हैं. इसके अलावा सार्वजनिक पार्कों, निजी उद्यानों और गार्डन में जो कुछ भी मिलता है, उन्हें खा ले रही हैं. वे पत्थर की ऊंची दीवारों को भी पार कर ले रही हैं और उन पर आसानी से चल सकती हैं.

इस द्वीप पर कैसे पहुंची थी बकरियां

सिसिली क्षेत्रीय सरकार के अनुसार, बकरियों को लगभग 20 साल पहले एक किसान द्वारा द्वीप पर लाया गया था, जिसने उन्हें आजाद कर दिया था. वर्षों से ये जानवर किसी के स्वामित्व में नहीं हैं. ये बकरियां एलिकुडी की चट्टानों के किनारों पर स्वायत्त रूप से चरती हैं और ज्वालामुखी द्वीप के चारों ओर घूमती रहती हैं. हालांकि, उन्होंने खुद को द्वीप के अनुसार ढालते हुए तेजी से अपनी संख्या भी बढ़ाई है. इससे पूरे द्वीप पर लोगों की चिंता बढ़ गई है. बकरियां हर जगह घूमती रहती हैं और किसी पर भी हमला कर देती हैं.

निहारिका गुप्ता

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