Sucharita Mohanty: लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को लगातार झटके पर झटका मिल रहा है. पार्टी के अंदर जारी कलह अब खुलकर सामने आ रही है. एक-एक कर पार्टी कार्यकर्ता खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. ताजा खबर ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट से सामने आई है. यहां पर कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने पार्टी को टिकट लौटा दिया है. इसको लेकर मोहंती ने कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को चिट्ठी लिखी है और कहा है कि चुनाव लड़ने के लिए उन्हें पार्टी की तरफ से मिलने वाली राशि नहीं दी गई है. इसी कारण वह चुनाव प्रचार नहीं कर पा रही हैं. बता दें कि यहां पर सुचिता मोहंती का मुकाबला भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा से था.
गौरतलब है कि देश में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं. इस बार सात चरणों में वोटिंह होनी है. अभी तक दो चरणों के मतदान हो चुके हैं. तो वहीं पुरी लोकसभा सीट पर छठे चरण के तहत यानी 25 मई को चुनाव होगा. इस सीट पर नामांकन की आखिरी तारीख 6 मई है जो कि एक दिन बाद ही है. ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी के टिकट लौटाए जाने के कारण कांग्रेस संकट में भी पड़ सकती है.
ओडिशा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, सुचारिता ने केसी वेणुगोपाल को इस सम्बंध में चिट्ठी लिखी है और कहा है कि फंड नहीं मिलने के वजह से वह टिकट वापस कर रही हैं. लेटर के मुताबिक सुचारिता ने कहा है कि “पुरी संसदीय क्षेत्र में हमारी चुनावी अभियान बुरी तरह प्रभावित हुआ है, क्योंकि पार्टी ने मुझे फंड देने से इनकार कर दिया है. एआईसीसी ओडिशा प्रभारी डॉ अजॉय कुमार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि मैं खुद ही प्रचार का जिम्मा उठाऊं.” सुचारिता ने आगे कहा, “मैं एक सैलरी पाने वाली पत्रकार थी, जिसने 10 साल पहले ही राजनीति में कदम रखा है. मैंने पुरी में अपने अभियान में अपना सब कुछ झोंक दिया है.” सुचारिता ने ये भी कहा है कि मैंने अपने चुनावी अभियान को सपोर्ट करने के लिए पब्लिक डोनेशन कैंपेन भी चलाया लेकिन अब तक इसमें कोई खास सफलता नहीं मिली है. मैंने चुनाव प्रचार पर होने वाले खर्च को कम करने की कोशिश भी की है.” इसके आगे सुचारिता ने ये भी कहा कि “मुझे खेद है कि पार्टी फंडिंग के बिना, पुरी में चुनाव प्रचार करना संभव नहीं होगा. इसलिए, मैं पुरी संसदीय क्षेत्र के लिए कांग्रेस का टिकट वापस कर रही हूं.”
बता दें कि भाजपा के संबित पात्रा ने यहां से पहले ही नामांकन दाखिल कर दिया है. अभी मोहंती का नामांकन शेष था लेकिन नामांकन की अंतिम तारीख से एक दिन पहले ही उन्होंने पार्टी को टिकट वापस कर दिया. बता दें कि सुचारिता के टिकट वापस करने से पहले ही कई अन्य लोकसभा सीटों पर भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नाराजगी का शिकार हो रही है, जिसका सीधा फायदा भाजपा को मिल रहा है. बता दें कि इससे पहले इंदौर में भी कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस ले लिया है तो वहीं सूरत में पार्टी प्रत्याशी का नामांकन रद्द होने के बाद भाजपा उम्मीदवार को निर्विरोध जीत हासिल हो गई है. अब ओडिशा में भी कांग्रेस के लिए नई मुसीबत खड़ी होती दिखाई दे रही है.
-भारत एक्सप्रेस
कोहली बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के पांच घरेलू टेस्ट मैचों में सिर्फ एक…
यूपीपीएससी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर प्रतियोगी छात्रों की मांगों को ध्यान में…
अली को नवंबर 2019 में लश्कर के एक ऑपरेटिव शेख अब्दुल नईम उर्फ सोहेल खान…
फरवरी 2020 में, तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की भारत यात्रा के साथ ही नागरिकता…
मध्य प्रदेश में शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि कोतवाली के…
सूरत जिले में फिलहाल तेंदुओं की संख्या 150 पर पहुंची है. बीते छह महीने में…