राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में सोमवार (22 अप्रैल) को पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक समेत 132 लोगों को पद्म सम्मान दिया गया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 5 लोगों को पद्म विभूषण, 17 को पद्म भूषण, 110 को पद्मश्री से सम्मानित किया है. बीते 25 जनवरी को इन सम्मानों को पाने वाले हस्तियों की घोषणा की गई थी.
देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों – पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री – में प्रदान किया जाता है. ये पुरस्कार विभिन्न विषयों या गतिविधियों के क्षेत्र में दिए जाते हैं, जिनमें कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल, सिविल सेवा समेत अन्य क्षेत्र शामिल हैं. पद्म विभूषण असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए, पद्म भूषण उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए और पद्मश्री किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किया जाता है.
समारोह में सबसे पहले पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को पद्म विभूषण सम्मान दिया गया. बिंदेश्वर पाठक को मरणोपरांत इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उनकी पत्नी अमोला पाठक ने इसे ग्रहण किया. प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना पद्मा सुब्रमण्यम और अभिनेता चिरंजीवी समेत 5 लोगों को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया.
इनके अलावा अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती, सिंगर उषा उत्थुप, उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाइक और उद्योगपति सीताराम जिंदल समेत 17 लोगों को पद्म भूषण दिया गया. इनके अलावा गुजरात निवासी हृदय रोग विशेषज्ञ तेजस मधुसूदन पटेल, मराठी फिल्म निर्देशक दत्तात्रेय अंबादास मयालू उर्फ राजदत्त और कालाजार पर अनुसंधान और नीति में अपने योगदान के लिए विश्व स्तर पर मशहूर प्रतिष्ठित डॉक्टर चंद्रेश्वर प्रसाद ठाकुर को पद्म भूषण दिया गया.
पद्मश्री पुरस्कार पाने वालों में उत्तर प्रदेश के कालीन बुनकर खलील अहमद, मध्य प्रदेश के लोक गायक कालूराम बामनिया, बांग्लादेशी गायिका रेजवाना चौधरी बान्या और उत्तर प्रदेश की चिकनकारी कढ़ाई की कलाकार नसीम बानो शामिल हैं.
पश्चिम बंगाल के कूच बिहार की राजबोंगशी लोक गायिका गीता रॉय बर्मन, टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना, त्रिपुरा के आध्यात्मिक व्यक्तित्व चित्तरंजन देबबर्मा, बैंकर कल्पना मोरपारिया, परोपकारी किरण नादर, हरियाणा के सामाजिक कार्यकर्ता गुरविंदर सिंह, असम के प्रसिद्ध लोक नर्तक द्रोण भुइयां और उत्तर प्रदेश की लोक गायिका उर्मिला श्रीवास्तव को भी पद्मश्री पुरस्कार दिया गया.
पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है. वर्ष 2024 के लिए राष्ट्रपति ने 132 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी थी, जिसमें दो युगल मामले (युगल मामले में पुरस्कार की गिनती एक के रूप में होती है) शामिल हैं.
इस सूची में पांच पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 110 पद्मश्री पुरस्कार शामिल हैं. पुरस्कार विजेताओं में से 30 महिलाएं हैं. इस सूची में विदेशी/अनिवासी भारतीय/भारतीय मूल के व्यक्ति/ओसीआई श्रेणी के आठ लोग और नौ मरणोपरांत पुरस्कार विजेता भी शामिल हैं.
करीब आधे पुरस्कार विजेताओं को सोमवार को पुरस्कार प्रदान किए गए, शेष को अगले सप्ताह पुरस्कार से सम्मानित किये जाने की संभावना है.
-भारत एक्सप्रेस
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