गुजरात के मोरबी में रविवार (30 अक्टूबर) को हुए हादसे को लेकर पुलिस ने अदालत में अपना बयान दर्ज कराया. जांच अधिकारी और मोरबी के पुलिस उपाधीक्षक पीए जाला ने मंगलवार (1 नवंबर) को अदालत में कहा कि’ झूलते पुल के तार जंग खा गए थे अगर उनकी मरम्मत की जाती तो यह हादसा नहीं होता’.
वहीं इस हादसे को लेकर ओरेवा कंपनी के एक मैनेजर दीपक पारेख ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और अतिरिक्त वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एमजे खान को बताया कि ‘यह भगवान की इच्छा थी कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई’.
अतिरिक्त सरकारी अभियोजक एचएस पांचाल ने बताया कि ओरेवा कंपनी के मैनेजर दीपक पारेख ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और अतिरिक्त वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एमजे खान को बताया कि कंपनी के प्रबंध निदेशक से लेकर निचले स्तर के कर्मचारियों तक, सभी ने खूब काम किया, लेकिन भगवान की इच्छा से ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई. पारेख कंपनी के 2 मैनेजरों में से 1 को गिरफ्तार कर लिया गया है.
4आरोपी भेजे गए रिमांड में
इस हादसे में पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जिनमें से 4 को पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है. और अन्य 5 को पांच नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया. मोरबी के SP राहुल त्रिपाठी ने कहा कि चारों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
-भारत एक्सप्रेस