7वें और आखिरी चरण के चुनाव के लिए प्रचार के समापन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीन दिवसीय आध्यात्मिक यात्रा पर ध्यान लगाने के लिए बृहस्पतिवार (30 मई) को तमिलनाडु के कन्याकुमारी शहर पहुंचे. यहां सबसे पहले उन्होंने विवेकानंद रॉक मेमोरियल, ध्यान मंडपम का दौरा किया. बृहस्पतिवार शाम उन्होंने रॉक मेमोरियल में 45 घंटे तक चलने वाली अपनी ध्यान साधना शुरू की.
केरल के तिरुवनंतपुरम शहर से हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचने के बाद मोदी ने सबसे पहले भगवती अम्मन मंदिर में पूजा की. धोती और सफेद शॉल ओढ़े मोदी ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और गर्भगृह की परिक्रमा की. इस दौरान पुजारियों ने एक विशेष आरती की और उन्हें मंदिर का प्रसाद दिया गया, जिसमें एक शॉल और मंदिर के देवता की फ्रेमयुक्त तस्वीर शामिल थी.
इसके बाद पीएम मोदी राज्य सरकार के जहाजरानी निगम द्वारा संचालित नौका से रॉक मेमोरियल पहुंचे और ‘ध्यान मंडपम’ में ध्यान लगाना शुरू किया. ध्यान लगाना शुरू करने से पहले मोदी कुछ देर के लिए मंडपम की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर खड़े रहे. जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री एक जून को अपनी रवानगी से पहले रॉक मेमोरियल के पास तमिल कवि तिरुवल्लुवर की प्रतिमा को देखने के लिए भी जा सकते हैं.
प्रख्यात हिंदू संत (विवेकानंद) के नाम पर बना यह स्मारक समुद्र के मध्य में स्थित है. ऐसा माना जाता है कि यहीं पर स्वामी विवेकानंद को ‘भारत माता’ के बारे में दिव्य दर्शन हुए थे. यह पहली बार है जब प्रधानमंत्री इस स्मारक पर ठहरेंगे. यह स्मारक स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि स्वरूप बनाया गया है.
पीएम मोदी ने 2014 में चुनाव अभियान के अंत में भी इसी तरह का अवकाश लिया था, जब उन्होंने महाराष्ट्र में सतारा जिले के प्रतापगढ़ का दौरा किया था, जहां शिवाजी के नेतृत्व वाली मराठा सेना और जनरल अफजल खान के नेतृत्व वाली बीजापुर सेना के बीच लड़ाई हुई थी. प्रधानमंत्री ने 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रचार समाप्त होने के बाद केदारनाथ गुफा में भी इसी तरह ध्यान लगाया था.
पीएम मोदी के इस कार्यक्रम के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा सहित सभी इंतजाम किए गए हैं. मोदी की यात्रा से पहले ही यहां की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. उनके प्रवास के दौरान 2 हजार पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. इसके साथ ही भारतीय तटरक्षक बल और भारतीय नौसेना भी कड़ी निगरानी रखेगी. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, समुद्र तट पर गुरुवार से शनिवार (30 मई से 1 जून) तक पर्यटकों का प्रवेश वर्जित रहेगा तथा निजी नौकाओं को भी वहां जाने की अनुमति नहीं होगी.
7 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की 57 सीटों पर 1 जून को होने वाले लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए प्रचार गुरुवार शाम को समाप्त हो गया. इस चरण में चंडीगढ़ के अलावा पंजाब की सभी 13 और हिमाचल प्रदेश की 4, उत्तर प्रदेश की 13, पश्चिम बंगाल की 9, बिहार की 8, ओडिशा की 6 और झारखंड की 3 सीटों पर मतदान होना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, 16 मार्च को लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद से मोदी ने रैलियों और रोड-शो सहित कुल 206 जनसंपर्क कार्यक्रम किए. इसी के साथ प्रधानमंत्री ने 2019 के चुनावों के दौरान अपने लगभग 145 सार्वजनिक कार्यक्रमों को बड़े अंतर से पार कर लिया. इस बार प्रचार अभियान की अवधि 76 दिनों की थी, जबकि पांच साल पहले हुए चुनावों में यह अवधि 68 दिनों की थी.
-भारत एक्सप्रेस
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