UP Politics: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में जमकर रार छिड़ी हुई है. कोई भितरघात से परेशान है तो कोई बागियों से. ताजा समाचार समाजवादी पार्टी से सामने आया हैं. यहां सपा प्रमुख अखिलेश यादव की टेंशन को अपनों ने ही बढ़ा दिया है. दरअसल सपा के बागी नेताओं ने अपना एक अलग मोर्चा बनाने की ठानी है और उसका नाम तक तय कर लिया है. बस इसकी शुरुआत होनी बाकी है. राजनीतिक पंडितों का मानना है कि लोकसभा चुनाव से पहले सपा खेमे में मची ये हलचल अखिलेश को 2024 में बड़ा झटका दे सकती है और सपा प्रमुख के तमाम दावों की हवा निकाल सकती है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव जमकर भाजपा पर हमलावर हैं और इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर यूपी में भाजपा को लोकसभा की सभी 80 सीटों पर मात देने का दावा कर रहे हैं तो वहीं सपा के बागी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने अपना नया मोर्चा बना लिया है, जिसका नाम स्वाभिमान समाजवादी मोर्चा रखा है. जानकारी सामने आ रही है कि बागी सपा नेता इसकी शुरुआत 10 सितंबर को लखनऊ से करने जा रहे हैं. तो वहीं अलग मोर्चा बनाने वाले बागी नेताओं का कहना है कि इस मंच से वो सपा से बागी और नाराज नेताओं को जोड़ने का काम करेंगे.
बता दें कि हाल ही में सपा लोहिया वाहिनी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप तिवारी, युवजन सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश यादव और पार्टी के वरिष्ठ नेता पीडी तिवारी, जो कि सपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं, को पार्टी से निष्कासित किया गया था. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की ओर से इस सम्बंध में विज्ञप्ति जारी की गई थी और कहा गया था कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने और अनुशासनहीनता के आरोप में यह कार्रवाई की गई है. इसी के बाद इन सभी लोगों ने मिलकर स्वाभिमान समाजवादी मोर्चा का गठन करने की योजना बनाई, जिसे साकार करने के लिए 10 सितम्बर की तारीख तय की है साथ ही इस मोर्चा को सियासी दल के रूप में मान्यता लेने की कवायद भी शुरू कर दी है.
बागी नेताओं ने मीडिया के सामने दावा किया है कि, पिछले 15 दिन में उन्होंने करीब 50 से ज्यादा जिलों का दौरा किया है और पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं से बातचीत की है. इसी के बाद 10 सितंबर की तारीख को बैठक के लिए तय किया गया है. लखनऊ के विश्वेश्वरैया हाल में 10 सितम्बर को प्रदेश भर के बागी नेताओं, समाजवादी चिंतक शिरकत करेंगे और इस दौरान समाजवादी विचारधारा को बचाने के लिए योजना बनाई जाएगी इसी के साथ जनहित के तमाम मुद्दों पर भी चिंतन होगा.
तो वहीं इस दौरान बागी नेताओं ने दिवंगत सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के प्रति निष्ठा रखने की बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस सम्बंध में ब्रजेश यादव ने मीडिया के साथ जानकारी साझा की है और बताया है कि प्रदेश के करीब ढाई सौ से अधिक पूर्व विधायकों, पूर्व एमएलसी और पूर्व सांसदों, जो कि मुलायम सिंह यादव के प्रति गहरी निष्ठा रखते हैं, ने भी उनके कदम को सही बताया है और इसीलिए समाजवादी विचारधारा को बचाए रखने के लिए ये बगावत की गई है. ब्रजेश यादव ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर आरोप लगाया है और कहा है कि उनकी नीतियों की वजह से पार्टी के ज्यादातर नेता निराश हैं.
प्रदीप तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि, मुलायम सिंह यादव ने जिस उद्देश्य को लेकर सपा का गठन किया था, अब उसके नेता रास्ते से भटक गए हैं. तो वहीं कार्यक्रम को लेकर पीडी तिवारी ने जानकारी दी कि, 10 सितंबर को होने जा रहे कार्यक्रम में लखनऊ के साथ ही गोरखपुर, कानपुर, इलाहाबाद और अलीगढ़ विश्वविद्यालय सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों के पूर्व छात्र नेता भी शामिल होने जा रहे हैं और इस दौरान समाजवादी विचारधारा को बचाने के लिए मंथन-चिंतन किया जाएगा.
-भारत एक्सप्रेस
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