IIT- BHU Rape Case: बीते दो महीने पहले IIT- BHU कैंपस में छात्रा के साथ हुए गैंगरेप के मामले गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों (कुणाल पांडेय, सक्षम पटेल और अभिषेक चौहान) के मामले में चल रही जांच में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. खबर सामने आ रही है कि, ये लोग रेप की घटना को अंजाम देने से पहले बीएचयू की ही एक अन्य छात्रा से छेड़छाड़ की थी. छात्रा ने बदनामी के डर से इस बारे में न ही अपने परिवार वालों और न ही पुलिस को इसकी जानकारी दी थी. तो वहीं तीनों आरोपियों को रेप केस में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.
बता दें कि इस बात का खुलासा रेप पीड़िता ने अपनी शिकायत में किया है. पीड़िता द्वारा बीएचयू प्रॉक्टर ऑफिस को दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि, “IIT- BHU छात्रा से गैंगरेप के तीनों आरोपी, कैंपस में एक अन्य लड़की से छेड़छाड़ के मामले भी शामिल थे, लेकिन उस मामले में पीड़िता ने अपनी बदनामी के कारण थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी.” इसके साथ ही रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि, आरोपी अक्सर ही BHU कैंपस में घूमते रहते थे और चक्कर लगाते रहते थे. तो वहीं वाराणसी पुलिस तीनों आरोपियों के खिलाफ लगातार जांच कर रही है और तीनों के मोबाइल खंगाल रही है. उनके मोबाइल फोन को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. कॉल डिटेल, लोकेशन, चैट, CCTV फुटेज आदि की डिटेल भी निकलवाई जा रही है. साथ ही पुलिस कैंपस में पीड़िता से भी संपर्क साधने की कोशिश कर रही है. ताकि उसके बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा सके.
ये भी पढ़ें- Honor Killing: बदायूं में पिता ने बेटी के साथ प्रेमी को काट डाला, खून से सना फावड़ा लेकर पहुंचा थाने
बता दें कि बीते साल 2023 के 1-2 नवंबर की रात को IIT BHU की एक छात्रा अपने एक साथी के साथ कैंपस में टहल रही थी. इसी दौरान बाहरी युवकों ने सूनसान जगह पर दोनों को घेर लिया और फिर छात्रा से जोर-जबरदस्ती करने लगे. युवकों ने छात्रा के जबरन कपड़े उतरवाए और वीडियो भी बनाया. आरोपियों ने छात्रा का मोबाइल भी छीन लिया था और अपने फोन में उसकी तस्वीरें भी खींच ली थीं. ये सब करीब 10 से 15 मिनट तक चला. इस घटना के सामने आने के बाद छात्रों ने हंगामा कर दिया था और जमकर विरोध प्रदर्शन किया था. तो वहीं आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए थे और मध्य प्रदेश चले गए थे. करीब 60 दिन बाद पुलिस तीनों को गिरफ्तार कर सकी है. पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर उसमें पीड़िता के बयान के बाद गैंगरेप जैसी धाराएं जोड़ दी थी.
बता दें कि छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी घर जाकर सो गए थे और 3 दिन तक वाराणसी में ही रहे. इसके बाद पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए तीनों मध्य प्रदेश चले गए थे. तीनों भाजपा से जुड़े थे. हालांकि घटना में तीनों का नाम सामने आने के बाद पार्टी ने निकाल दिया है. तो वहीं मीडिया में गैंगरेप की खबरें सामने आने के बाद तीनों अपने ठिकाने बदलने लगे. जब तीनों आरोपियों को ये लगा कि अब मामला ठंडा हो गया है और पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी तो तीनों वाराणसी लौट आए, लेकिन तीनों के वापस आते ही पुलिस ने दबोच लिया.
-भारत एक्सप्रेस
भारत एक्सप्रेस के चेयरमैन उपेंद्र राय ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत की अपनी दो दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा समाप्त की, जिसे कुवैत…
वाल्टर जे. लिंडनर के अनुसार, भारत ने अपनी 'सॉफ्ट पावर' से एक अधिक आक्रामक विदेश…
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार के महाकुंभ को हर बार के कुंभ…
ट्रांसफर आदेश में कहा गया है कि भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों को स्थानांतरित किया…
लीडिंग कंसल्टिंग फर्म मेरसर (Mercer) द्वारा वर्ष 2024 के लिए जारी किए गए कॉस्ट ऑफ…