-अवनीश कुमार
Lok Sabha Election-2024: लोकसभा चुनाव-2024 में राजनीतिक दल सोशल मिडिया के सहारे अपने मुद्दों को घर-घर पहुँचाना चाहते हैं, भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस सभी सोशल मिडिया के वालंटियर बना रहे हैं. वहीं भाजपा इनसे आगे हैं. भाजपा संगठन और उनके सभी मोर्चे अपनी सोशल मिडिया टीम बना रहे हैं और उस पर आगे भी बढ़ चुके हैं. सोशल मिडिया को और मजबूती देने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष रणनीति साझा करने वाले हैं. तो वहीं हाल ही में भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने 20 हजार वालंटियर तैयार किया है जो पिछड़ा वर्ग के घर जाकर केंद्र सरकार की उपलब्धियों का बखान करे रहे हैं, वहीं भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने भी सोशल मीडिया के जरिये पसमांदा मुसलमानों को जोड़ने का काम शुरू कर दिया है.
तो वहीं अब राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बताएंगे की कैसे यूपी के 12 शहरों में इंटरनेट मीडिया वॉलिंटियर्स मीट करवाना है, सोशल मीडिया के जरिये ज्यादा से ज्यादा लोगों को पार्टी से जोड़ने पर भी जोर दिया जाएगा. चुनाव में प्रचार और बैठकों के लिए डिजिटल प्लेटफार्म के उपयोग पर भी जोर दिया जाएगा. सोशल मीडिया पर चुनाव प्रचार करने, विपक्ष पर हमलावर रहने, पार्टी के कार्यक्रमों को जनता के बीच पहुंचाने का भी प्रशिक्षण देंगे. भाजपा सभी जिला और मंडल स्तर पर आईटी के संयोजक और सहसंयोजक नियुक्त किए हैं, साथ ही मंडल स्तर पर पांच कार्यकर्ताओं की टीम तैयार की जाएगी जो प्रत्येक बूथ पर व्हाट्सएप के जरिए प्रधानमंत्री का सन्देश पहुचायेंगे. आज बीजेपी के पास एक लाख से ज्यादा लोग हैं जो सोशल मीडिया पर कार्यरत हैं. एक बार फिर से जब लोकसभा चुनाव करीब है तो विपक्षी पार्टियों को सोचने पर मजबूर होना पड़ा है कि सोशल मीडिया पर किस तरीके से वह अपनी पैठ बनाएं जिससे बीजेपी के खिलाफ मोर्चा छेड़ा जा सके.
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भाजपा के सबसे ज्यादा फेसबुक पर 50 लाख 60 हजार, ट्विटर पर 40 लाख 50 हजार और इंस्टाग्राम पर 4 लाख 76 हजार फॉलोवर्स हैं तो वहीं समाजवादी पार्टी के फेसबुक पर 30 लाख 70 हजार, ट्विटर पर 30 लाख 90 हजार और इंस्टाग्राम पर 2 लाख 64 फॉलोवर्स की संख्या है. कांग्रेस का फेसबुक पर 7 लाख 16 हज़ार, ट्विटर पर 6 लाख 4 हजार और इंस्टाग्राम पर 2 लाख 58 हजार फॉलोवर्स और बसपा इस मामले में काफी पीछे है, बीएसपी के फेसबुक पर 25 हजार, ट्विटर पर 72 हजार फॉलोवर हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा की सोशल मीडिया के 50 हजार वालंटियर ने आसानी से सत्ता तक पहुंचाने का काम किया था. सोशल मीडिया के माध्यम से भाजपा ने विपक्ष के हर प्रहार का जवाब दिया और सरकार की उपलब्धियों को घर-घर पहुंचाया. ट्रेनिंग के दौरान कार्यकर्ताओं को फेसबुक, व्हॉट्सएप और बाकी सोशल मीडिया अकाउंट के इस्तेमाल के बारे में सिखाया और मंडल स्तर पर कार्यशालाएं की. हर मंडल पर एक बार में एक हजार कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी गयी थी. राजनीतिक विशेषज्ञ प्रमोद गोस्वामी बताते हैं कि भाजपा की सोशल मीडिया का तोड़ अभी विपक्ष के पास नहीं है. आज भाजपा इतनी सक्षम है कि अपनी हर बात को घर घर पंहुचा सकते हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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