बिहार पुलिस (Bihar Police) के एक कार्यक्रम में सोमवार को एक नाटकीय घटना देखने को मिली. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने इस दौरान हाथ जोड़कर राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारी आलोक राज से पुलिसकर्मियों की भर्ती में तेजी लाने का अनुरोध किया.
कार्यक्रम में 1,239 नवनियुक्त पुलिस अधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिए गए. अपने भाषण के बीच में सीएम नीतीश बिहार के DGP आलोक राज की ओर मुड़े और उनसे पूछा कि क्या वे जल्द ही और अधिक भर्ती सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने हाथ जोड़कर पूछा, “जल्दी कर ना दीजिएगा?”
नीतीश कुमार के इस तरह पूछने पर डीजीपी आलेक राज बिल्कुल आश्चर्यचकित थे, डीजीपी ने मुख्यमंत्री को सलाम किया. लेकिन नीतीश कुमार ने पूछा, “मुझे बताइए, क्या आप इसे जल्दी पूरा करेंगे?”
इसके बाद डीजीपी ने मंच से कहा, “बिहार पुलिस माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है. हम शीघ्र भर्ती और मजबूत प्रशिक्षण सुनिश्चित करेंगे,” इस पर मुख्यमंत्री ने डीजीपी को “धन्यवाद” कहा.
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बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली भाजपा-जदयू गठबंधन सरकार अपराध को लेकर विपक्ष की आलोचना का सामना कर रही है. ऐसे मे नीतीश कुमार का बिहार के डीजीपी के सामने इस तरह हाथ जोड़ने की घटना को विपक्ष द्वारा कानून व्यवस्था पर उठाए जा रहे सवालों के दबाव का परिणाम कहा जा रहा है.
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता राजद के तेजस्वी यादव ने पिछले सप्ताह मीडिया से बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर बात की थी. तेजस्वी यादव ने कहा था कि “कोई ऐसा जिला या राज्य नहीं है जहां हत्या, लूट, अपहरण, बलात्कार न हो रहा हो. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती. अगर एफआईआर दर्ज होती है तो कोई जांच नहीं होती. लोगों को न्याय नहीं मिलता. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब बिहार नहीं चला सकते,”
-भारत एक्सप्रेस
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