नई दिल्ली: नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के सदस्य मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह के निवास की ओर मार्च कर रहे थे, जब पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. ये छात्र संगठन के सदस्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत के उस विवादास्पद बयान के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे, जिसमें उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और उसके नेतृत्व से संबंधित टिप्पणी की थी.
एनएसयूआई कार्यकर्ता संघ प्रमुख के बयान को स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को विकृत करने के रूप में देख रहे थे और उनकी मांग थी कि RSS पर प्रतिबंध लगाया जाए. संगठन ने आरोप लगाया कि भागवत का बयान देश के स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति अपमानजनक है और इसने भारतीय समाज के संवेदनशील हिस्सों को ठेस पहुँचाई है.
प्रदर्शनकारी एनएसयूआई सदस्य संगठन के मुख्यालय से गृह मंत्री अमित शाह के आवास तक मार्च करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें बीच रास्ते में ही रोक लिया और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने इन सभी कार्यकर्ताओं को शांति बनाए रखने के आदेशों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया.
एनएसयूआई के अध्यक्ष ने पुलिस की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि यह सरकार की तानाशाही प्रवृत्ति का प्रतीक है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार ने आरएसएस के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया, तो उनका आंदोलन और तेज होगा.
इस मामले में, RSS और मोहन भागवत की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उनके समर्थकों ने भागवत के बयान को ऐतिहासिक संदर्भ में सही ठहराया है.
यह घटनाक्रम भारत के राजनीतिक परिदृश्य में एक नया विवाद उत्पन्न कर चुका है और छात्र संगठनों और राजनीतिक दलों के बीच तीव्र प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. एनएसयूआई और अन्य विपक्षी दलों का आरोप है कि वर्तमान सरकार और संघ परिवार भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के योगदान को नकारने का प्रयास कर रहे हैं.
पुलिस ने हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों को बाद में शांतिपूर्ण तरीके से रिहा कर दिया. हालांकि, यह घटनाक्रम देशभर में चर्चा का विषय बन गया है, और यह साफ है कि यह विरोध प्रदर्शन आने वाले दिनों में और अधिक राजनीतिक रूप ले सकता है.
ये भी पढ़ें: बजट 2025: उद्योग जगत के नेताओं ने गिरते रुपए को वित्तीय प्रबंधन के लिए चुनौती बताया
-भारत एक्सप्रेस
डॉ दिनेश शर्मा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना…
लक्षद्वीप प्रशासन से प्राप्त एक आपातकालीन सूचना के बाद, भारतीय तटरक्षक बल ने त्वरित कार्रवाई…
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक नोएडा आए. यहां उन्होंने बाल चिकित्सालय एवं स्नातकोत्तर शिक्षण संस्थान का…
दिल्ली हाई कोर्ट ने मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ कार्रवाई की मांग वाली याचिका खारिज कर…
भारत और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और अंतरराष्ट्रीय सीमा की पवित्रता…
दिल्ली दंगा मामले में साजिश रचने के आरोप में जेल में बंद ताहिर हुसैन को…