भारतीय चिकित्सा एवं होम्योपैथी भेषज संहिता आयोग (PCIM&H) द्वारा चतुर्थ स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें आयुष मंत्रालय के साथ ही अलग-अलग क्षेत्रों की हस्तियां शामिल हुईं. यह स्थापना दिवस 6 जुलाई, 2020 को अपने 3 पूर्ववर्ती संस्थानों को मिलाकर एक अधीनस्थ कार्यालय के रूप में पीसीआईएमएंडएच की पुनः स्थापना की चौथी वर्षगांठ का प्रतीक है. स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. सी. के. कटियार और इमामी के पूर्व सीईओ (तकनीकी) शामिल हुए.
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ और उसके बाद समारोह में शामिल हुए अतिथियों का पुष्पगुच्छ, शॉल और स्मृति चिह्न देकर स्वागत किया गया. पीसीआईएमएंडएच के निदेशक डॉ. रमन मोहन सिंह ने सभागार में उपस्थित सभी प्रतिभागियों का हार्दिक स्वागत किया और अतिथियों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की. उन्होंने संस्थान की हाल की शानदार उपलब्धियों और निकट भविष्य के लक्ष्यों पर भी विस्तार से जानकारी दी.
इस दौरान दो प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए. हरियाणा के कुरुक्षेत्र स्थित श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के डायरेक्टर और अध्यक्ष (अनुसंधान और नवाचार) प्रो. अनिल शर्मा और जामिया हमदर्द (डीम्ड यूनिवर्सिटी) नई दिल्ली के फार्माकोग्नॉसी और फाइटोकेमिस्ट्री विभाग के प्रोफेसर डॉ. सईद अहमद ने पीसीआईएमएंडएच के निदेशक के साथ मिलकर समझौतों पर हस्ताक्षर करने के लिए अपने-अपने संस्थानों का प्रतिनिधित्व किया. दोनों समझौता ज्ञापन का उद्देश्य शैक्षणिक और शोध गतिविधियों में सहयोग करना और पीसीआईएमएंडएच को डॉक्टरेट कार्यक्रमों के केंद्र के रूप में मान्यता देना है.
पीसीआईएमएंडएच के स्थापना दिवस के मौके आयोजित कार्यक्रम में आयुष मंत्रालय के राज्यमंत्री के ओएसडी निशांत मेहरा, केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) के महानिदेशक प्रो. आर. एन. आचार्य, राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड (एनएमपीबी) के सीईओ डॉ. एम. के. दधीच और राष्ट्रीय कैंसर रोकथाम एवं अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर-एनआईसीपीआर) की निदेशक डॉ. शालिनी सिंह तथा पीसीआईएमएंडएच के निदेशक डॉ. रमन मोहन सिंह भी मंच पर मौजूद रहे.
वहीं कार्यक्रम में डॉ. राजीव कुमार शर्मा, पूर्व निदेशक, पीसीआईएमएंडएच; डॉ. रविंदर सिंह, निदेशक, भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई); डॉ. वंदना सिरोहा, निदेशक, राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ (आरएवी); छबिल कुमार मेहेर, उप निदेशक (कार्यान्वयन), क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय, गाजियाबाद, राजभाषा विभाग; देवी चरण, सहायक निदेशक (राजभाषा) आयकर आयुक्त कार्यालय, गाजियाबाद; डॉ. असमा सत्तार खान, औषधि मानकीकरण अनुसंधान संस्थान (डीएसआरआई-सीसीआरयूएम) प्रभारी अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम का हिस्सा बने.
कार्यक्रम में शामिल हुए अतिथियों ने अपने विचार साझा किए और संस्थान की उपलब्धियों की सराहना की. कार्यक्रम के दौरान कई सत्रों का आयोजन किया गया. जिसमें अतिथियों ने पौधरोपण, वैज्ञानिकों के व्याख्यानों सहित सूचनात्मक तकनीकी सत्र शामिल थे.
-भारत एक्सप्रेस
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