Veer Bal Divas: दिल्ली में भारत मंडपम में वीर बाल दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें पीएम मोदी भी शामिल हुए. पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश वीर साहिबजादों के अमर बलिदान को याद कर रहा है, उनसे प्रेरणा ले रहा है. आजादी के अमृतकाल में ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में एक नया अध्याय प्रारंभ हुआ है. पिछले वर्ष देश ने पहली बार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के तौर पर मनाया था. तब पूरे देश में सभी ने भाव विभोर होकर साहिबजादों की वीर गाथाओं को सुना था. वीर बाल दिवस भारतीयता की रक्षा के लिए कुछ भी कर गुजरने के संकल्प का प्रतीक है. ये दिन हमें याद दिलाता है कि शौर्य की पराकाष्ठा के समय कम आयु मायने नहीं रखती.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आने वाले 25 साल हमारी युवाशक्ति के लिए बहुत बड़ा अवसर लेकर आ रहे हैं. भारत का युवा किसी भी क्षेत्र में, समाज में पैदा हुआ हो उसके सपने असीम हैं. इन सपनों को पूरा करने के लिए सरकार के पास स्पष्ट रोड मैप है, स्पष्ट विजन है, स्पष्ट नीति है और नीयत में कोई खोट नहीं है.”
‘वीर बाल दिवस’ अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मनाया जाने लगा है. ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, UAE और ग्रीस में भी वीर बाल दिवस से जुड़े कार्यक्रम हो रहे हैं. भारत के वीर साहिबजादों को पूरी दुनिया और ज्यादा जानेगी, उनके महान करतूतों से सीखेगी. जब तक हमने अपनी विरासत का सम्मान नहीं किया, दुनिया ने भी हमारी विरासत को भाव नहीं दिया. आज जब हम अपनी विरासत पर गर्व कर रहे हैं, तो दुनिया का भी नजरिया बदला है.
मुझे खुशी है कि आज का भारत ‘गुलामी की मानसिकता’ से बाहर निकल रहा है. आज के भारत को अपने लोगों पर, अपने सामर्थ्य पर, अपनी प्रेरणाओं पर पूरा पूरा भरोसा है. आज के भारत के लिए साहिबजादों का बलिदान राष्ट्रीय प्रेरणा का विषय है. आज के भारत में भगवान बिरसा मुंडा का बलिदान, गोविंद गुरु का बलिदान पूरे राष्ट्र को प्रेरणा देता है. हमें इस मिट्टी की आन-बान-शान के लिए जीना है, हमें देश को बेहतर बनाने के लिए जीना है. हमें इस महान राष्ट्र की संतान के रूप में, देश को विकसित बनाने के लिए जीना है, जुटना है, जूझना है और विजयी होकर निकलना है.
यह भी पढ़ें- Lalan Singh: जेडीयू के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं ललन सिंह! सीएम नीतीश ने 29 दिसंबर को बुलाई है बैठक
आज भारत, दुनिया के उन देशों में से है, जो देश सबसे ज्यादा युवा देश है. इतना युवा तो भारत अपनी आजादी की लड़ाई के समय भी नहीं था. जब उस युवाशक्ति ने देश को आजादी दिलाई, तो आज की युवाशक्ति भारत को किस ऊंचाई पर ले जा सकती है… यह कल्पना से परे है. आने वाले 25 साल हमारी युवाशक्ति के लिए बहुत बड़ा अवसर लेकर आ रहे हैं. भारत का युवा किसी भी क्षेत्र में, समाज में पैदा हुआ हो, उसके सपने असीम हैं. इन सपनों को पूरा करने के लिए सरकार के पास स्पष्ट रोड मैप है, स्पष्ट विजन है, स्पष्ट नीति है और नीयत में कोई खोट नहीं है.
-भारत एक्सप्रेस
एक बेघर व्यक्ति को मारने के बदले में भीड़ ने तय किया कि हाथिनी मैरी…
दिल्ली में Aam Aadmi Party की सरकार शासन और नौकरशाही पर नियंत्रण से जुड़े कई…
डॉ. राजेश्वर सिंह ने देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने तथा 2047…
AMU छात्र नेता सलमान गौरी ने कहा, जिन बच्चों का सस्पेंशन किया है उन्हें बहाल…
Gautam Adani Indictment In US: दिल्ली में नामचीन क्रिमिनल लॉयर एडवोकेट विजय अग्रवाल ने उद्योगपति…
Border-Gavaskar Trophy: भारतीय टीम पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केवल 150 रन बनाकर ऑल-आउट…