Nitish Kumar And Lalan Singh: बिहार की सियासत में इन दिनों हड़कंप मचा हुआ है. इसी बीच मंगलवार को आई एक खबर ने सबको चौंका दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ललन सिंह पद से इस्तीफा दे सकते हैं. ललन सिंह ने मंगलवार (26 दिसंबर) को शाम 4 बजे एक बैठक भी बुलाई है. ये खबर ऐसे समय में आई है जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से 29 दिंसबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई गई है. सूत्रों का ये भी कहना है कि खुद ललन सिंह ने नीतीश कुमार से पद से मुक्त किए जाने का आग्रह किया है, जिसपर नीतीश कुमार ने उन्हें लोकसभा चुनाव तक पार्टी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए कहा है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ललन सिंह अध्यक्ष पद छोड़ने पर अड़ गए हैं. किसी भी सूरत में ललन सिंह अब जेडीयू की कमान संभालने के तैयार नहीं हैं. अब अगर ललन सिंह पद से इस्तीफा दे देते हैं तो फिर जेडीयू की कमान नीतीश कुमार संभाल सकते हैं. अगर नीतीश कुमार खुद पार्टी की बागडोर हाथ में नहीं लेते हैं और किसी दूसरे नेता के हाथों में इसकी डोर सौंपते हैं तो उस रेस में अति पिछड़ा समाज से रामनाथ ठाकुर या फिर दलित वर्ग से आने वाले अशोक चौधरी शामिल हैं. जिन्हें नीतीश कुमार जेडीयू का मुखिया नियुक्त कर सकते हैं.
हाल के दिनों में नीतीश कुमार और ललन सिंह के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा था. दोनों के बीच चल रहे मनमुटाव की खबरें भी तेजी के साथ सामने आ रही थीं. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार ललन सिंह से आजकल इसलिए नाराज हैं क्योंकि ललन सिंह की लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव के साथ नजदीकियां बढ़ गई हैं. यही बात सीएम नीतीश कुमार को खटक रही है. हालांकि नीतीश कुमार ने इस बात का कभी जिक्र नहीं किया है, लेकिन उनकी नाराजगी इसी के इर्द-गिर्द घूम रही है.
दूसरी सबसे बड़ी वजह ये भी है कि 19 दिसंबर को दिल्ली में हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में नीतीश कुमार के मन मुताबिक नेताओं ने उन्हें पेश नहीं किया. उनका मानना है कि नेताओं की इसी लापरवाही के चलते कहीं न कहीं गठबंधन के पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम का प्रस्ताव पेश कर दिया गया.
इसके अलावा कयास तो ये भी लगाए जा रहे हैं कि 29 दिसंबर को जेडीयू की होने वाली बैठक में नीतीश कुमार कुछ बड़े फैसले लेने वाले हैं. जिसमें ललन सिंह को जेडीयू अध्यक्ष के पद से हटाने की घोषणा भी शामिल थी, लेकिन ललन सिंह ने बैठक से पहले ही पद छोड़ने पर अड़ गए हैं. अब अगर ललन सिंह जेडीयू से इस्तीफा दे देते हैं तो उनके आगे के रास्ते बिल्किुल अलग हो सकते हैं. कहा तो ये भी जा रहा है कि ललन सिंह जेडीयू से इसलिए भी दूरी बना रहे हैं क्योंकि उन्हें मुंगेर से लोकसभा चुनाव का टिकट आरजेडी देने वाली है. जिससको लेकर ललन सिंह अपनी आगे की भूमिका तैयार करने में जुटे हुए हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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