GPAI Summit 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मंगलवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (GPAI) शिखर सम्मेलन में शामिल हुए. यहां उन्होंने ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिखर सम्मेलन पर वैश्विक साझेदारी का उद्घाटन किया. GPAI शिखर सम्मेलन को संबोधित कर PM नरेंद्र मोदी ने अपने संबाेधन में कहा- GPAI समिट में मैं आप सभी का स्वागत करता हूं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि मुझे खुशी है कि अगले साल भारत इस समिट की अध्यक्षता करने जा रहा है. ये समिट एक ऐसे समय हो रही है, जब AI को लेकर पूरी दुनिया में बहुत बड़ी डिबेट छिड़ी हुई है. इस डिबेट से पॉजिटिव और निगेटिव हर प्रकार के aspect सामने आ रहे हैं. इसलिए इस समिट से जुड़े प्रत्येक देश पर बहुत बड़ा दायित्व है. एआई का वर्तमान और भविष्य दोनों पीढ़ियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ रहा है. हमें अत्यधिक सावधानी के साथ आगे बढ़ना चाहिए. मेरा मानना है कि इस शिखर सम्मेलन से निकलने वाले सुझाव और विचार हमें दुनिया को एआई के गहरे पहलुओं से उत्पन्न संभावित जोखिमों और चुनौतियों से बचाने में मदद करेंगे.
पीएम मोदी ने कहा है कि आज भारत Al टैलेंट और AI से जुड़े न्यू आइडिया का सबसे प्रमुख player है. भारत के युवा tech experts, researchers, Al limits को explore कर रहे हैं. आज, भारत एआई और उसके उपसमुच्चय के क्षेत्र में अग्रणी है. हम एआई के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन लाने का प्रयास कर रहे हैं. हाल ही में, हमने कृषि में एक एआई चेक पोर्टल लॉन्च किया है, जो किसानों को उनके आवेदन की स्थिति की जांच करने, भुगतान विवरण तक पहुंचने और सरकारी योजनाओं के बारे में आसानी से सूचित रहने की सुविधा प्रदान करता है.
PM मोदी ने आगे यह भी कहा कि, भारत में हमारा विकास मंत्र है, सबका साथ-सबका विकास. हमने AI For All की भावना से प्रेरित होकर सरकार की नीतियां और प्रोग्राम तैयार किए हैं. हमारा प्रयास है कि हम social development और Inclusive growth के लिए AI की क्षमताओं का पूरा फायदा उठा सकें. भारत AI के Responsible और ethical use के लिए पूरी तरह committed है. AI के साथ हम नए युग में प्रवेश कर रहे हैं. Artificial intelligence का विस्तार Technology के tool से भी ज्यादा है। AI हमारे नए भविष्य को गढ़ने का सबसे बड़ा आधार बन रही है. हम कृषि, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में एआई के उपयोग को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत में एआई मिशन शुरू करने के लिए तैयार हैं। हमारा राष्ट्रीय एआई पोर्टल इन एआई पहलों को समर्थन और बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
हमें दुनिया को यकीन दिलाना होगा कि AI उनके लाभ के लिए है, उनके भले के लिए है. हमें दुनिया के विभिन्न देशों को ये भी विश्वास दिलाना होगा कि इस Technology की विकास यात्रा में किसी को भी पीछे नहीं छोड़ा जाएगा. हमें दुनिया के विभिन्न देशों को ये भी विश्वास दिलाना होगा कि इस Technology की विकास यात्रा में किसी को भी पीछे नहीं छोड़ा जाएगा. AI पर विश्वास तब बढ़ेगा जब AI से जुड़े Ethical, Economic और social concern पर ध्यान दिया जाएगा.
एआई की विकास यात्रा जितनी अधिक समावेशी होगी, समाज उतने ही बेहतर परिणाम प्राप्त करेगा। पिछले दशकों से सीखते हुए जहां प्रौद्योगिकी तक पहुंच में असमानता थी, अब हमें समाज को इस तरह के नुकसान से बचाना चाहिए। जब लोकतांत्रिक मूल्य प्रौद्योगिकी से जुड़ते हैं, तो यह समावेशिता के लिए गुणक के रूप में कार्य करता है.
-भारत एक्सप्रेस
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