UP News: साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश के सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी गणित लगा रहे हैं. वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत भी लखनऊ के दौरे पर आ रहे हैं. वह 22 से 24 सितंबर तक लखनऊ में रहेंगे, लेकिन इससे पहले 19 और 20 सितंबर को भाजपा और संघ की समन्वय बैठक होगी, जिसमें सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सह सरकार्यवाह अरुण कुमार मौजूद रहेंगे औऱ चुनाव की तैयारियों को लेकर मंथन होगा.
लोकसभा चुनाव को देखते हुए आरएसएस ने उत्तर प्रदेश में अपनी सक्रियता बढ़ानी शुरू कर दी है और चुनाव से पहले हर गांव तक अपनी पहुंच बढ़ाने में संघ जुट गया है. सूत्रों के मुताबिक सरस्वती शिशु मंदिर निराला नगर में 19 और 20 को बैठक होने जा रही है, जिसमें भाजपा की ओर से प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल मौजूद रहेंगे. बताया जा रहा है कि, इस महत्वपूर्ण बैठक में संघ के साथ मिलकर भाजपा के काम करने की चर्चा होगी. पार्टी सूत्रों की मानें तो इस मौके पर 26 सितंबर से शुरू हो रहे बूथ सशक्तीकरण अभियान को लेकर मंथन होगा.
वहीं मोहन भागवत के लखनऊ पहुंचने को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है. चुनाव से पहले मोहन भागवत दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है. माना जा रहा है कि, चुनाव से पहले संघ उत्तर प्रदेश की सियासी नब्ज को भांपना चाहता है. कहा जा रहा है कि संघ भले ही सीधे तौर पर राजनीतिक बातें नहीं करता है, लेकिन संघ के कोर एजेंडे भाजपा के लिए न केवल प्रदेश बल्कि देश में सियासी जमीन तैयार करने का काम करते हैं. सूत्रों की मानें तो चुनाव से पहले संघ अपनी हिंदुत्व की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाना चाहता है. खासकर दलितों और आदिवासियों को इसके लिए लक्ष्य बनाया गया है. दलित बस्तियों में सामाजिक समरसता के कार्यक्रम और भोज के आयोजन भी इसी का हिस्सा हैं.
सूत्रों के मुताबिक, संघ प्रमुख मोहन भागवत 22 को लखनऊ पहुंचेंगे और इसी के बाद प्रांत कार्यकारिणी, क्षेत्रीय कार्यकारिणी के साथ बैठक का आयोजन होगा. अलग-अलग सत्र का आयोजन किया जाएगा. इस मौके पर संघ प्रमुख उत्तर प्रदेश में चल रहे संघ के कामों की समीक्षा करेंगे. साथ ही संघ के कार्यकर्ताओं को दलितों, आदिवासियों और नए गांवों तक पहुंचने की योजना बताई जाएगी. संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने मीडिया को जानकारी दी कि, आरएसएस विचारधारा के जरिए भी नए लोगों तक पहुंचता है. उन्होंने जानकारी दी कि, सबसे पहले संघ अपने मुख्य काम शाखा विस्तार पर फोकस करेगा. साथ ही जो लोग सीधे संघ की रोज लगने वाली शाखा में नहीं आ पाते, उन्हें सामाजिक कामों के जरिए जोड़ने का प्रयास किया जाएगा. साथ ही संघ ने पहली बार घुमंतू जातियों को भी टारगेट किया है.
संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने जानकारी दी कि दलितों और आदिवासियों के बीच पैठ बढ़ाने के लिए बस्तियों व उनके स्थानों पर सामाजिक समरसता भोज, भजन संध्या, नशा मुक्ति के कार्यक्रम भी चलाए जाने की योजना है. तो दूसरी ओर ये भी जानकारी सामने आ रही है कि, भाजपा शीघ्र ही निगम और आयोगों में कार्यकर्ताओं का समायोजन करने जा रही है, इसमें संघ कार्यकर्ताओं का भी समायोजन करने की योजना बनाई जा रही है. बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहेंगे. इसके अलावा सरकार के कुछ विभागों के मंत्रियों को भी बुलाए जाने की खबर सामने आ रही है.
-भारत एक्सप्रेस
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