Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस और सपा के बीच बात बिगड़ गई है. खबर सामने आ रही है कि, उत्तर प्रदेश में भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (I.N.D.I.A.) के तहत एक साथ चुनाव लड़ने जा रही समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में अब बातचीत खत्म हो गई है. तो वहीं सूत्रों के हवाले से खबर सामने आ रही है कि, कांग्रेस 20 सीटें चाह रही थी और इसी वजह से उनका गठबंधन टूट गया है. फिलहाल इसको लेकर अभी दोनों पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. तो वहीं सपा-कांग्रेस के गठबंधन टूटने की चर्चा के बीच डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बयान सामने आया है.
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में तकरार हो या इकरार हो, कोई फर्क नहीं पड़ता. वे मिलकर लड़ें या अलग-अलग लड़ें, भाजपा गठबंधन उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटें जीतेगा. यहां कांग्रेस का खाता नहीं खुलेगा और समाजवादी पार्टी का जो पिछली बार खाता खुला था वह इस बार बंद हो जाएगा.” सूत्रों की मानें तो कांग्रेस धौलेरा, बाराबंकी, फूलपुर, सीतापुर, सहारनपुर ,इलाहाबाद , बिजनौर, अमरोहा, अलीगढ़, फरुखाबाद, भदोही, मुरादाबाद, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बहराइच, महाराजगंज, देवरिया, वाराणसी, लखनऊ और कैसरगंज सीट चाहती थी, लेकिन देर रात हुई बातचीत में इस पर बात नहीं बनी. बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा देश के तमाम हिस्सों से होते हुए यूपी में पहुंच गई है. यह यात्रा कांग्रेस को देश में मजबूत करने के लिए निकाली जा रही है. बता दें कि, लोकसभा सीटों की नजर से देखें तो देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में सीटे हैं. ऐसे में यूपी में कांग्रेस अधिक से अधिक सीटों पर लड़ना चाहती है. तो वहीं अखिलेश ने कांग्रेस को केवल 11 सीटें ही दी हैं जबकि कांग्रेस 20 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है.
वहीं अब सूत्रों के हवाले से खबर सामने आ रही है कि, अखिलेश यादव रायबरेली में भी इस यात्रा में शामिल नहीं होंगे.क्योंकि खिलेश यादव ने एक दिन पहले ही दो टूक कह दिया था कि अगर कांग्रेस के साथ गठबंधन फाइनल नहीं हुआ तो वह राहुल गांधी के साथ रायबरेली की यात्रा में शामिल नहीं होंगे. सूत्रों के मुताबिक, सोमवार रात को अखिलेश की पार्टी ने कांग्रेस को 17 लोकसभा सीटों का फाइनल ऑफर भी दे दिया था. इसको लेकर कांग्रेस और सपा नेताओं के बीच सोमवार देर रात तक बातचीत हुई लेकिन सीटों पर सहमति नहीं बन पाई. सूत्रों की मानें तो कांग्रेस मुरादाबाद और बलिया की सीट भी मांग रही है. जबकि सपा इसके लिए तैयार नहीं है. कहा ये भी जा रहा है कि मुरादाबाद को लेकर समाजवादी पार्टी समझौते के मूड में बिलकुल भी नहीं है. तो वहीं कांग्रेस भी मुरादाबाद सीट के लिए दबाव बना रही है.
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस बिजनौर की सीट भी हासिल करना चाहती है तो वहीं सपा यह सीट देने के लिए भी तैयार नहीं है. दोनों दलों के बीच 17 सीटों पर सहमति भी बन चुकी है, जिसमें से अमेठी के साथ ही रायबरेली और प्रयागराज, वाराणसी, देवरिया, बांसगांव, महाराजगंज, बाराबंकी, कानपुर, झांसी, मथुरा, फतेहपुर सीकरी, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हाथरस और सहारनपुर लोकसभा सीट शामिल है. तो वहीं बातचीत के दौरान पेच तीन सीटों बलिया, मुरादाबाद और बिजनौर को लेकर ही फंस रहा है. तो वहीं ताजा खबर सामने आ रही है कि दोनों दलों के बीच गठबंधन टूट गया है.
-भारत एक्सप्रेस
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