Nagaland: कोविड-19 के बाद से रोजमर्रा के रोजगार में शामिल लोगों के धंधे पर काफी असर पड़ा है. नागालैंड में ऐसी कई सारी महिलाएं हैं जो दिहाड़ी स्तर पर स्वरोजगार के दौर से जुड़ी थीं, लेकिन उनका धंधा-पानी कोविड महामारी में चौपट हो गया. लेकिन, महिलाओं के लिए कोहिमा का एक NGO यहां के 20 ऐसी औरतों को बिना ब्याज के लोन दिया है, जो बतौर रेहड़ी-पटरी पर रोजगार करती हैं. इस NGO का नाम है, द इंटरप्रेन्योर एसोसिएट (TEA).
बिना ब्याज के लोन
सोमवार को मुंबई के केयरिंग फ्रेंड्स के समर्थन से लाभार्थी महिलाओं को बिना ब्याज के लोन दिया गया, ताकि वह अपनीआजीविका को सही ढंग से चला सकें. गौरतलब है कि यह एनजीओ अब तक 1000 महिलाओं को बिना ब्याज के लोन मुहैया करा चुका है. ‘महिला उद्धार स्ट्रीट वेंडर’ प्रोग्राम के तहत यह लोन मुहैया कराया गया. एनजीओ के सीईओ Neichute Doulo ने बताया कि महिलाओं, खासकर स्ट्रीट वेंडर की भलाई के लिए यह काम किया जा रहा है. ताकि लोकल इकॉनमी फल फूल सके.
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