Ghaziabad: अब सावधान हो जाइए! ऑनलाइन गेमिंग ऐप (Online gaming app) पर भी शातिरों ने धर्मांतरण का खेल शुरू कर दिया है. परिजनों को ये ध्यान रखने की जरूरत है कि उनके बच्चे मोबाइल में क्या कर रहे हैं और किस गेमिंग ऐप से जुड़े हैं? क्योंकि गाजियाबाद से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां उस शख्स को गिरफ्तार किया गया है, जो ऑनलाइन गेमिंग ऐप पर धर्मांतरण का रैकेट चला रहा था और 12 से 20 साल के बच्चों को निशाना बना रहा था. जरा सा लालच देकर उनका ब्रेन वॉश कर धर्म परिवर्तन के लिए उकसा रहा था. फिलहाल इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि पुलिस ने ये कार्रवाई गाजियाबाद के रहने वाले कक्षा-12 के एक छात्र और उसके दोस्त का धर्मांतरण कराने के प्रयास में की है.
पुलिस ने रविवार को एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस पूरे मामले को लेकर डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने मीडिया को जानकारी दी कि, आरोपी की पहचान संजय नगर निवासी अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि, गेमिंग ऐप पर जो लोग जुड़ते थे, उन्हें धर्मांतरण के लिए आरोपी प्रेरित करता था. डीसीपी सिटी ने बताया कि, 30 मई को कविनगर थाने में कक्षा-12 के एक छात्र के पिता ने इस सम्बंध में केस दर्ज कराया था. उसी की जांच के बाद अब्दुल को गिरफ्तार किया गया है. एक आरोपी बद्दो उर्फ शाहनवाज मकसूद अभी फरार है. पुलिस को उसकी लोकेशन मुंबई में मिली है. इसी के साथ डीसीपी सिटी ने ये भी बताया कि, बद्दो के बैंक खाते में देश के कई हिस्सों से रुपये जमा हुए थे. उसके बैंक खाते की 200 पेज की ट्रांजेक्शन की डिटेल जुटाई जा रही है.
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इस पूरे मामले को लेकर डीसीपी सिटी ने मीडिया को जानकारी दी कि, अब तक की जांच में पता चला है कि धर्मांतरण के आरोपी फ्रंट नाइट गेमिंग ऐप पर एक्टिव थे. वे वहां गेम खेलने वालों से पहले संपर्क करके गेम जिताने के लिए रुपये लेते थे. इसके बाद धार्मिक चीजें पढ़ने पर फ्री में गेम का लेवल अपग्रेड करने का लालच देते थे. जो इसके लिए तैयार हो जाते, उनसे Discord नाम के ऐप से बातचीत करने लगते थे. डीसीपी ने आगे बताया कि, इस ऐप पर आरोपी अपनी पहचान छिपाकर लोगों से बात करते थे और धर्मांतरण के लिए उकसाते थे. यही नहीं यहां पर अपने धर्म के बारे में जानकारी भी देते थे.
डीसीपी सिटी ने धर्मांतरण के गंदे खेल से जुड़े तथ्यों के बारे में आगे जानकारी देते हुए मीडिया को जानकारी दी है कि, तीसरे चरण में विवादित धर्म उपदेशक जाकिर नाइक के विडियो और दूसरी सामग्री भेजी जाती थी. फिर इसी के बाद पास के धार्मिक स्थल में जाने का दबाव भी बनाया जाता था.
डीसीपी सिटी ने आगे बताया कि, आरोपियों के निशाने पर 12 से 20 साल के युवा रहते थे. नन्नी पर आरोप है कि वह 12वीं के छात्र के साथ ही फरीदाबाद और चंडीगढ़ के युवकों को भी धार्मिक जानकारी दे रहा था. फिलहाल उसका अभी मुंबई के नेटवर्क से कोई संपर्क नहीं मिला है. डीसीपी सिटी ने बताया कि, किशोरों को ऑनलाइन धार्मिक सामग्री उपलब्ध कराने के साथ ही वर्कशॉप भी करता था. फिलहाल पुलिस अब बद्दो के साथ नन्नी के लिंक के बारे में जानकारी जुटा रही है. साथ ही ये भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये रैकेट कितने लोगों का है और कहां तक फैला है?
फिलहाल शुरुआती जांच में पुलिस को इस गम्भीर मामले में अहम जानकारी मिली है. पुलिस को पता चला है कि बद्दो और नन्ने के नेटवर्क से कई और लोग भी जुड़े हैं. बद्दो के बैंक स्टेटमेंट से भी हैरान करने वाली जानकारी पुलिस के हाथ लगी है. जानकारी सामने आ रही है कि, करीब 200 पेज के ट्रांजेक्शन के बारे में पुलिस अध्ययन कर रही है. ये भी जानकारी सामने आ रही है कि, देश के कई हिस्सों से उसमें लाखों रुपये का लेन देन हुआ है. पुलिस को अब तक की जांच में सामने आया है कि गेम में लेवल अपग्रेड करने के नाम पर ये रुपये लिए गए हैं. फिलहाल रकम की पूरी जानकारी को लेकर अधिकारियों ने मीडिया से कहा है कि, लेन-देन के सभी सोर्स खंगालने के बाद ही रकम की पूरी जानकारी हासिल हो सकेगा. हालांकि पुलिस पूरे मामले की तह तक जाने के लिए आगे की कार्रवाई में जुटी है.
-भारत एक्सप्रेस
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