UP News: उत्तर प्रदेश के आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर लगातार उठ रहे सवाल पर अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान ले लिया है. उनके सामने ऐसे जिलों के अधिकारियों की लिस्ट पेश की गई है, जिनका लगातार परफॉर्मेंस खराब चल रहा है.
वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए हुई बैठक में सीएम ने उन जिलाधिकारियों को फटकार लगाई थी, जिनको लेकर लगातार शिकायतें सामने आ रही थी. मुख्यमंत्री ने खराब प्रदर्शन वाले सभी जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों को एक माह के अंदर सतत जन सुनवाई करते हुए समस्याओं के गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण के लिए निर्देशित किया है. साथ ये भी कहा है कि उनके कार्यों की एक महीने बाद फिर से समीक्षा की जाएगी और तब अधिकारियों की जवाबदेही भी तय की जाएगी.
खबर के मुताबिक रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने आईजीआरएस और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की अगस्त माह की ‘टॉप’ और ‘बॉटम’ 10 रैंकिंग को पेश किया गया है. मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक अधिकारिक बयान में मीडिया को जानकारी दी गई है कि, राज्य के सभी जिलों के जिलाधिकारियों, पुलिस आयुक्त, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) और पुलिस अधीक्षकों (एसपी) के अलावा तहसीलों के कार्यों के विस्तृत मूल्यांकन के आधार पर यह लिस्ट तैयार की गई है.
अधिकारिक बयान में मीडिया को जानकारी दी गई है कि, सूची में खराब प्रदर्शन करने वाले जिन अधिकारियों के नाम सामने आए हैं, मुख्यमंत्री ने उनको कड़ी हिदायत दी है और अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करने के लिए कहा है. सीएम ने ये भी कहा है कि एक महीने बाद दोबारा उन सभी के कार्यों की समीक्षा की जाएगी और समीक्षा के दौरान खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी. साथ ही जारी बयान में ये भी कहा कि, अगर अधिकारी जनता के लिए कारगर बनेंगे तो उनका कार्यकाल भी यादगार बनेगा.
ये भी पढ़ें- Maharajganj: नेपाल में छिपा था फरार राही मासूम रजा, पुलिस ने किया गिरफ्तार
मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन पर की गई शिकायतों के निस्तारण में सबसे खराब प्रदर्शन करने वालों में बागपत, गोरखपुर, बरेली, वाराणसी, प्रयागराज, आगरा, सिद्धार्थनगर, सहारनपुर, रामपुर और मुरादाबाद के जिलाधिकारी शामिल हैं. वहीं सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले टॉप 10 जिलाधिकारियों में क्रमश: अमेठी, कन्नौज, श्रावस्ती, शाहजहांपुर, सोनभद्र, गाजियाबाद, महोबा, मिर्जापुर, हापुड़ और भदोही के जिलाधिकारियों को शामिल किया गया है.
जारी बयान के मुताबिक, सूची में सबसे अच्छा कार्य करने वाले पुलिस आयुक्त, एसएसपी और एसपी में अलीगढ़, श्रावस्ती, सोनभद्र, हमीरपुर, कुशीनगर, फर्रुखाबाद, कासगंज, चित्रकूट, भदोही और हाथरस के अधिकारी शामिल हैं. जबकि खराब प्रदर्शन करने वालों में नीचे से 10 अधिकारियों में बरेली, लखनऊ, गोरखपुर, फतेहपुर, झांसी, अयोध्या, एटा, हापुड़, आजमगढ़ और संत कबीर नगर के पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया है.
जारी बयान के मुताबिक सूची में प्रदेश की उन तहसीलों को भी शामिल किया गया है, जिनका सबसे अच्छा और सबसे खराब प्रदर्शन रहा है. इसमें अच्छा प्रदर्शन करने वाली टॉप 10 तहसीलों में अलीगढ़ की कोल, जौनपुर की केराकत और बदलापुर, श्रावस्ती की इकौना, प्रयागराज की सदर, बागपत की बड़ौत, अलीगढ़ की अतरौली, बुलंदशहर की स्याना, जालौन की उरई और अमरोहा की हसनपुर तहसील का नाम शामिल किया गया है तो वहीं खराब प्रदर्शन करने वाली तहसीलों में रामपुर की बिलासपुर, कन्नौज की तिर्वा और छिबरामऊ, रामपुर की मिलक, हापुड़ की धौलाना, हाथरस की हाथरस, संत कबीरनगर की खलीलाबाद, खीरी की धौरहरा, कन्नौज की कन्नौज और रायबरेली की ऊंचाहार तहसील को शामिल किया गया है.
-भारत एक्सप्रेस
दिल्ली हाई कोर्ट ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद साकेत गोखले को लक्ष्मी पूरी की याचिका…
यहां हर वर्ष दिसंबर से अप्रैल तक भोलेनाथ बाबा बर्फानी के रूप में विराजमान होते…
भोपाल के मिंडोरा इलाके में एक लावारिस कार में बड़ी मात्रा में नकद और कीमती…
Chaudhary Charan Singh Birth Anniversary: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की…
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता द्वारा दायर याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट…
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भाषा एक समय हाशिए पर रहने वाले समुदायों के…