Ayodhya: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में जहां एक ओर भगवान राम की मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है तो वहीं अब यहां मस्जिद निर्माण को लेकर खबरें सामने आ रही है. 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है और इसी दिन रामलला मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान होंगे तो वहीं अब अयोध्या में 40 हजार वर्गफुट पर मस्जिद बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. इसको लेकर मस्जिद ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने मीडिया को जानकारी दी कि अभी मस्जिद निर्माण के शुभारंभ की न तो कोई योजना है और न तैयारी है. निर्माण शुरू होने में कम से कम छह महीने और लग सकते हैं. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि मई से हम काम शुरू कर सकते हैं.
मस्जिद निर्माण में हो रही देरी को लेकर इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने बताया कि मस्जिद निर्माण कार्य मई 2024 से शुरू हो सकता है. फिलहाल इसके लिए धन जुटाने की कवायद चल रही है और फरवरी से विभिन्न राज्यों में इसके लिए प्रभारी की नियुक्ति कर दी जाएगी. इसी के साथ उन्होंने दावा किया कि, मस्जिद निर्माण में देरी डिजाइन में बदलाव की वजह से हुई है. उन्होंने बताया कि मस्जिद का एरिया करीब 40 हजार वर्ग फीट होगा. बता दें कि वर्ष 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सोहावल के धन्नीपुर में पांच एकड़ जमीन मस्जिद निर्माण के लिए मुस्लिम पक्ष को दी गई थी. जहां एक ओर राम मंदिर का निर्माण कार्य करीब-करीब 70 फीसदी पूरा हो गया है और उद्घाटन का भी वक्त पास आ रहा है तो वहीं मस्जिद का निर्माण कार्य अभी तक शुरू भी नहीं हुआ है. इसको लेकर मस्जिद ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन कहते हैं कि अभी मस्जिद निर्माण के शुभारंभ की न तो कोई योजना है और न तैयारी है. निर्माण कार्य शुरू होने में कम से कम छह महीने का और वक्त लग सकता है. इसी के साथ उन्होंने बताया कि मस्जिद की नई डिजाइन फरवरी तक बनकर तैयार हो जाएगी और इसके बाद नक्शा पास कराने के लिए भेजा जाएगा. इसके बाद ही मस्जिद निर्माण को लेकर तैयारी शुरू की जाएगी. इसी के साथ अतहर ने बताया कि फरवरी-2024 में साइट कार्यालय जरूर स्थापित कर दिया जाएगा.
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अतहर हुसैन ने मीडिया को जानकारी दी कि मस्जिद की डिजाइन में कुछ बदलाव किया गया है. मस्जिद अब 15 हजार वर्ग फीट के बजाय 40 हजार वर्ग फीट में बनाई जाएगी. मस्जिद के साथ ही यहां पर सामुदायिक अस्पताल, सामुदायिक रसोई, संग्रहालय का भी निर्माण कराया जाएगा. फरवरी से राज्यों में प्रभारी नियुक्त कर दिए जाएंगे और धन जुटाने की कवायद भी शुरू कर दी जाएगी.
मीडिया सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या के धन्नीपुर में जो मस्जिद बनने जा रही है, उसकी बुनियाद का पत्थर रखने के लिए मक्का से इमाम आएँगे और यह मस्जिद अरबी स्टाइल में बनाई जाएगी. मस्जिद मुहम्मद बिन अब्दुल्ला के नाम पर होगी. इस मस्जिद को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह मस्जिद ताजमहल से भी अधिक खूबसूरत होगी. इसके निर्माण के लिए खाड़ी देशों से भी पैसा जुटाया गया है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक, मक्का के काबा स्थित पाक मस्जिद इमाम-ए-हरम में नमाज पढ़ाने वाले इमाम धन्नीपुर में बुनियाद रखेंगे और यह मस्जिद भारत की सबसे बड़ी मस्जिद होगी. इस सम्बंध में हाजी अराफात शेख ने मीडिया को जानकारी दी है. बता दें कि मुंबई से भाजपा के नेता हाजी अराफात को मस्जिद मुहम्मद बिन अब्दुल्ला विकास समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. मस्जिद के बारे में उन्होंने जानकारी दी कि मस्जिद की ऊँचाई 21 फीट और चौड़ाई 36 फीट होगी. वजू खाना के पास एक बड़ा सा एक्वेरियम होगा, जिसमें मर्दों और औरतों के लिए अलग-अलग खंड होंगे. इसे देखने के लिए सभी धर्मो के लोग आ सकेंगे.
-भारत एक्सप्रेस
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