Varanasi: गंगा की लहरों पर सैर करने का शौक रखने वालों के लिए खुशखबरी है. जल्द ही अब लोग भारत की पहली हाइड्रोजन-ईंधन वाली वाटर टैक्सी का लुत्फ उठा सकेंगे. इसको लेकर यूपी में सबसे पहले वाराणसी के लिए योजना बनाई जा रही है. जानकारी के मुताबिक, बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी में गंगा की लहरों पर क्रूज, रो-रो जहाजों और नावों के लिए सीएनजी ईंधन के बाद अब जल्द ही गंगा नदी में देश की पहली हाइड्रोजन ईंधन वाली जल टैक्सी दौड़ती हुई दिखाई दे सकती है.
आधिकारिक सूत्रों की मानें तो अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) गंगा में पहली हाइड्रोजन ईंधन वाली जल टैक्सी शुरू करने की संभावना तलाश रहा है. इस सम्बंध में IWAI के अधिकारियों के मीडिया में आए बयान के मुताबिक, कुल छह हाइड्रोजन वॉटर टैक्सियों का प्रस्ताव किया गया है, जिनमें से दो-दो वाराणसी, मथुरा और आगरा में संचालित की जाएंगी. एक अधिकारी ने जानकारी दी है कि ललिता घाट, नमो घाट, शीतला घाट और रविदास घाट पर चार्जिंग पॉइंट स्थापित किया जाएगा. इसके लिए इन घाटों को चिन्हित किया गया है. बताया जा रहा है कि आने वाले दो से तीन महीने में रिचार्जिंग और ईंधन पॉइंट को चार घाटों पर लगाने के बाद पायलट प्रोजेक्ट के तहत दो हाईब्रिड वाटर टैक्सी चलाई जाएंगी, जिनमें इलेक्ट्रिक मोटर्स का भी विकल्प रहेगा.
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इस पूरी योजना को लेकर IWAI वाराणसी के कार्यालय प्रभारी रमेश चंद्र पांडे ने मीडिया को जानकारी दी कि, काशी में गंगा के साथ ही मथुरा और आगरा में यमुना की लहरों पर भी इसी तरह की टैक्सियों का संचालन होगा. इसी पूरी योजना को आगे बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम जल्द ही गंगा नदी के घाटों पर हाइड्रोजन रिफ्यूलिंग और इलेक्ट्रिक चार्जिंग पॉइंट की स्थापना से सम्बंधित पूरी चर्चा के लिए दौरा करेगी.
-भारत एक्सप्रेस
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