UP Politics: आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने पार्टी में बड़ा फेरबदल किया है. शनिवार को कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता अविनाश पांडे को उत्तर प्रदेश का प्रभारी महासचिव नियुक्त किया. उनको ये जिम्मेदारी प्रियंका गांधी की जगह पर दी गई है. अविनाश पांडे ने अपनी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘मैं प्रियंका गांधी की विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लेता हूं. प्रभारी महासचिव के रूप में, मैं अपने पद में निहित अधिकारों और मुझे दी गई जिम्मेदारी का निवर्हन करूंगा.’
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अपनी पूरी लीडरशिप की ओवरहालिंग कर रही है. हाल ही में अजय राय को उत्तर प्रदेश की कमान देते हुए प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. उनके नेतृत्व में राज्य में पार्टी की नई कार्यकारिणी का गठन भी हो चुका है, जिसमें 16 उपाध्यक्ष, 38 महासचिव और 76 सचिव बनाए गए हैं. तो वहीं कांग्रेस अब नई टीम में युवाओं को अधिक महत्व देती दिखाई दे रही है. करीब 67 फीसदी पदाधिकारियों की उम्र 50 साल से कम है. अति पिछड़ों,अन्य पिछड़ा वर्ग, दलितों और अल्पसंख्यकों को नेतृत्व का मौका देकर कांग्रेस ने जातिगत समीकरण भी साधने की कोशिश की है. तो वहीं ये भी देखने को मिल रहा है कि कांग्रेस लगातार ब्राह्मणों व सामान्य वर्ग के हाथ में ही यूपी की बड़ी जिम्मेदारी दे रही है.
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अजय राय के बाद अविनाश पांडे को यूपी में बड़ी जिम्मेदारी देने से ये साफ हो चुका है कि अब कांग्रेस इनके सहारे जाति समीकरण पर फोकस कर रही है. बता दें कि अविनाश पांडे पूर्व राज्यसभा सांसद हैं. उन्हें 2010 में महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद के रूप में चुना गया था. 2018 के राजस्थान चुनाव से पहले उन्हें राज्य का प्रभारी नियुक्त किया गया था. यूपी का प्रभारी महासचिव बनाए जाने से पहले उनको झारखंड में पार्टी का प्रभारी बनाया गया था. इसी के साथ वह ग्रैंड ओल्ड पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य भी हैं. वह हालांकि मूल रूप से महाराष्ट्र के नागपुर के रहने वाले और पेशे से वकील हैं.
अविनाश पांडे महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य और राज्य में कई प्रशासनिक समितियों के सदस्य भी रह चुके हैं. अविनाश पांडे ने पार्टी के स्टूडेंट विंग एनएसयूआई और यूथ कांग्रेस में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं देते हुए कांग्रेस में उच्च पदों पदों पर पहुंचे हैं. उन्होंने अपने दशकों लंबे राजनीतिक करियर के दौरान उन्होंने राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी में विभिन्न पदों पर कार्य किया. तो वहीं अविनाश पांडे पार्टी के युवा ब्राह्मण चेहरा तो हैं ही साथ ही वह यूपी की राजनीति से चिरपरिचित हैं. ये भी माना जाता है कि वह राहुल गांधी के कैंप के हैं. यूपी में वह उस वक्त सह प्रभारी हुआ करते थे, जब वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मधुसूदन मिस्त्री यूपी प्रभारी हुआ करते थे. चूंकि वह यूपी में पहले काम कर चुके हैं, इसलिए उनके लिए यूपी का राजनीति नई नहीं है. वह यहां के जाति समीकरण से वाकिफ हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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