Coaching Center Tragedy: UPSC शिक्षक अवध ओझा (Awadh Ojha) ने ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में स्थित आईएएस कोचिंग सेंटर में हुई घटना, जिसमें तीन विद्यार्थियों की मौत हो गई थी, के मामले में अपनी चुप्पी तोड़ी है और मृतक छात्रों को श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए केंद्र सरकार से मांग की है कि ऐसी लापरवाही से निपटने के लिए कड़ा कानून ले कर आएं और इस कानून के तहत दोषी व्यक्ति को आजीवन कारावास की सजा देने का प्रावधान रखा जाए.
अवध ओझा ने इस वीडियो में कहा है, ”सर्वप्रथम उन सभी दिवंगत छात्रों को श्रद्धांजलि जिन्होंने राजेंद्र नगर की वर्षा जल दुर्घटना में जान गंवा दी. भगवान उनके परिवार को दुख सहन करने की शक्ति दे.”
इसके बाद अवध ओझा ने इस तरह की हो रही घटनाओं पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि, “अब सवाल ये नहीं है कि ऐसी घटनाएं कैसी घटती हैं? सवाल यह है कि क्यों घटती हैं. सूरत में 24 मई 2019 को 22 बच्चे जलकर मर गए , मुखर्जी नगर में आग लगने पर बच्चों ने बिल्डिंग से कूदकर जान बचाई, पूरी दुनिया ने देखा. बच्चे कूदते रहे, लाइव वीडियो चलते रहे. सबने देखा. राजकोट में गेमिंग जोन में इतने बच्चे मरे कोई नहीं आया. इसी क्रम में राजेंद्र नगर में घटना घटी, बच्चों की मृत्यु हुई.”
इसी के साथ ही अवध ओझा ने इस वीडियो में दोषियो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और सम्पत्ति सील करने की मांग भी उठाई है. अवध ओझा ने सरकार से ये भी मांग की है कि “जिस अधिकारी के कार्य़काल में एनओसी दिया गया है उसकी संपत्ति सील हो और आजीवन कारवास की सजा दी जाए.” इससे पहले उन्होंने कहा है कि ”मैं बता रहा हूं कि इस तरह की कई घटनाएं हुई हैं. सरकार कानून बनाए कि अगर ऐसी जगहों पर बच्चों की मृत्यु होती है या सामाजिक स्थल पर मृत्यु होती है जिसकी लापरवाही से होती है उसकी संपत्ति सील हो.”
अवध ओझा ने इस वीडियो में ये भी कहा है कि ”आप संबंधित प्राधिकरण को घेरकर बोलना होगा कि आगे से बेसमेंट में कोई आदमी ना मिले” इसी के साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि अगर अगली बार ऐसा होता तो सरकार ऐसा लॉ पास करे, यदि किसी भी संस्थान और इंस्टिट्यूट जहां ओनर की लापरवाही से ऐसा हुआ है, वहां उस संस्था की संपत्ति सील की जाए और ओनर को आजीवन कारावास की सजा दी जाए. वर्ना यह चलता रहेगा. कुछ नहीं होगा.”
मालूम हो कि 27 जुलाई को दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के RAU’S IAS स्टडी सेंटर के बेसमेंट में अचानक पानी भर गया था, जिससे स्टडी सेंटर में पढ़ाई कर रहे कई छात्र फंस गए थे. पानी की गति इतनी तेज थी कि छात्रों को निकालने का मौका भी नहीं मिला था. तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जाने के बाद भी तीन छात्रों की मौत हो गई थी. इस हादसे में उत्तर प्रदेश की रहने वाली श्रेया यादव की भी जान चली गई थी. इस हादसे में छात्र नेविन डाल्विन और तान्या सोनी की भी मौत हो गई थी. घटना के बाद से दिल्ली की तमाम कोचिंग सेंटर के खिलाफ छात्र धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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